त्रिपुराः CM बिप्लब देब ने कहा- किताबों में केवल लेनिन-स्टालिन की कहानियां, अब करेंगे NCERT सिलेबस में बदलाव
By स्वाति सिंह | Published: October 3, 2018 12:31 PM2018-10-03T12:31:04+5:302018-10-03T12:31:04+5:30
त्रिपुरा विश्वविद्यालय के फाउंडेशन दिवस और महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि स्कूल पाठ्यपुस्तकों में हमारे छात्रों के लिए लेनिन और स्टालिन के जीवन और इतिहास की जगह पढ़ने के लिए भारतीय इतिहास में ही काफी कुछ है।
अगरतला, 3 अक्टूबर:त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार सरकार ने लेनिन और स्टालिन की जीवनियों के साथ राज्य के स्कूलों से वामपंथी विचारधारा से जुड़ी किताबें हटाने की तैयारी कर ली है।
त्रिपुरा विश्वविद्यालय के फाउंडेशन दिवस और महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमारे छात्रों के पास पढ़ने के लिए महात्मा गांधी, लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस समेत कई महान भारतीय हस्तियां हैं।
उन्होंने कहा 'मौजूदा पाठ्यपुस्तक में केवल जोसेफ स्टालिन और व्लादिमीर इलिच लेनिन के बारे में पढ़ाया जाता है। अब स्कूलों में एक नया पाठ्यक्रम और अध्ययन शुरू की जाएगी जिसमे महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जैसे भारतीय नेताओं का महत्व रखेंगे।'
उन्होंने कहा 'आजकल पाठ्यपुस्तकों में भारतीय इतिहास को ढूंढना मुश्किल हो गया है। उसमें स्टालिन, लेनिन और रूसी क्रांतिकारी है। ऐसे में हमारी सरकार अगले शैक्षणिक वर्ष से स्कूल पाठ्यपुस्तकों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में बदलाव करने का काम कर रही है।
इससे पहले जून 2018 में त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा था कि राज्य शिक्षा के मामले में पिछड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि बीजेपी-आईपीएफटी सरकार मौजूदा शैक्षणिक वर्ष में कक्षा 1 से 8 तक एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पेश करेगी जिससे उसमे संशोधन हो सके।