हैलाकांडी (असम), 14 अगस्त असम-मिजोरम सीमा पर कुछ दिनों की शांति के बाद शनिवार को तनाव एक बार फिर उस समय बढ़ गया जब अज्ञात उपद्रवियों ने असम के हैलाकांडी जिले स्थित सरकारी शिक्षण संस्थान पर बमबारी की। इससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। यह जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी। वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी।
हैलाकांडी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव उपाध्याय ने संवाददाताओं को बताया कि धमाका शुक्रवार करीब मध्यरात्रि में साहेबमारा इलाके में हुआ, जिससे राज्य सीमा के नजदीक स्थित प्राथमिक विद्यालय का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया कि अबतक घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध उपद्रवी राज्य सीमा की दूसरी ओर से आए थे।
हालांकि, हैलाकांडी से लगे मिजोरम के कोलासिब जिले के पुलिस अधिकारी ने जोर देकर कहा कि ‘‘ किसी के साहेबमारा में बम धमाका करने का कोई कारण नहीं है क्योंकि वह विवादित क्षेत्र नहीं है।’’
कोलासिब के पुलिस अधीक्षक (एपी) वनलालफका राल्ते ने कहा, ‘‘क्यों मिजोरम के लोग जाएंगे और उस जगह पर धमाका करेंगे जो असम के अंतर्गत आता है।वह विवादित क्षेत्र नहीं है।’’
वहीं, उपाध्याय ने कहा कि घटना की विस्तृत जानकारी गहन जांच के बाद ही उपलब्ध हो सकेगी।
सरमा ने कहा कि वह मिजोरम के अपने समकक्ष को पत्र लिखकर धमाके की जांच करने का आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि घटना हमारे इलाके में हुई है और असम पुलिस मामले की जांच करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खुफिया जानकारी में संकेत दिया गया है कि सीमा पर छिटपुट घटनाएं हो सकती है और मैंने इसका उल्लेख शुक्रवार को विधानसभा में भी किया था। मिजोरम से लगती सीमा पर पूर्ण शांति बहाल होने में कुछ समय लग सकता है।
इस बीच, कत्लीछेरा से एआईयूडीएफ विधायक सुज़ामउद्दीन लश्कर ने आरोप लगाया कि मिजोरम के लोगों ने हैलाकांडी के चुन्नीनाला इलाके में सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया है। उन्होंने असम सरकार से इस मामले में तत्काल कदम उठाने की मांग की है। लश्कर ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की निष्क्रियता की वजह से सीमा विवाद नाजुक स्थिति में पहुंच गया है।
लश्कर के आरोपों का जवाब देते हुए कोलासिब के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सीमा के दोनों ओर गांव के नेता साथ बैठे और लोगों की सुविधा और आवाजाही सुगम बनाने के लिए सड़क बनाने पर सहमत हुए।
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद 26 जुलाई को हिंसक हो गया था जिसमें असम पुलिस के छह जवानों सहित कुल सात लोगों की मौत कछार जिले में झड़प के दौरान हो गई थी। इसके बाद दोनों राज्यों में एक दूसरे के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। मिजोरम पुलिस ने यहां तक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा के खिलाफ भी मामला दर्ज कर दिया था।
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