'कोरोना से अपनी जान खुद बचाइए क्योंकि पीएम मोदी मोर के साथ व्यस्त हैं', राहुल गांधी का हमला
By स्वाति सिंह | Updated: September 14, 2020 10:22 IST2020-09-14T10:22:01+5:302020-09-14T10:22:01+5:30
देश में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 47 लाख के पार पहुंच गई है। वहीं, अब तक 37,02,595 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और इसके साथ ही ठीक होने वालों की दर रविवार को 77.88 फीसदी हो गई है।

राहुल गांधी संसद के मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों में हिस्सा नहीं लेंगे।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के आंकड़े इस हफ्ते 50 लाख और एक्टिव केस 10 लाख पार हो जाएंगे।'
राहुल गांधी ने कहा कोरोना संक्रमण के आँकड़े इस हफ़्ते 50 लाख और ऐक्टिव केस 10 लाख पार हो जाएँगे। अनियोजित लॉकडाउन एक व्यक्ति के अहंकार की देन है जिससे कोरोना देशभर में फैल गया। मोदी सरकार ने कहा आत्मनिर्भर बनिए यानि अपनी जान ख़ुद ही बचा लीजिए क्योंकि PM मोर के साथ व्यस्त हैं।'
कोरोना संक्रमण के आँकड़े इस हफ़्ते 50 लाख और ऐक्टिव केस 10 लाख पार हो जाएँगे।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 14, 2020
अनियोजित लॉकडाउन एक व्यक्ति के अहंकार की देन है जिससे कोरोना देशभर में फैल गया।
मोदी सरकार ने कहा आत्मनिर्भर बनिए यानि अपनी जान ख़ुद ही बचा लीजिए क्योंकि PM मोर के साथ व्यस्त हैं।
बता दें कि राहुल गांधी संसद के मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों में हिस्सा नहीं लेंगे। वह अपनी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ विदेश गए हैं। कांग्रेस की ओर से जारी बयान के अनुसार, सोनिया अपने सालाना मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गई हैं। राहुल भी उनके साथ गए हैं। सोनिया (73) करीब दो हफ्ते विदेश में रह सकती हैं। ऐसे में वह संसद के आधे मॉनसून सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएंगी।
सशस्त्र बलों में पद नहीं कर सकता भोजन की गुणवत्ता में अंतर: राहुल गांधी
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि सशस्त्र बलों में पद भोजन की गुणवत्ता में अंतर का आधार नहीं हो सकता और संबंधित मुद्दों पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। रक्षा मामलों की संसद की स्थायी समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि जवानों को कम गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना ‘‘अनुचित और भेदभावकारी’’ है तथा इसपर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। वह रक्षा बलों में राशन की गुणवत्ता की निगरानी और वर्दी संबंधित मुद्दों पर हुई समिति की बैठक में बोल रहे थे। गांधी ने कहा कि जवानों को अधिक गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलना चाहिए क्योंकि वे सीमाओं पर तैनात रहते हैं और देश की रक्षा करते हैं।