जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उमर अब्दुल्ला को बताया 'नौसिखिया नेता', कहा- मेरे पास तुम्हारी तरह रुपया नहीं है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2019 01:22 PM2019-07-23T13:22:42+5:302019-07-23T13:41:59+5:30
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, "ना मेरे पास बाप-दादा का नाम है और ना तुम्हारी तरह रुपया. मैं डेढ़ कमरे के मकान से यहां आया हूँ. मैं आपको गारंटी करता हूँ कि यहां से जाने के पहले इनका भ्रष्टाचार सबको दिखा के जाऊँगा."
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उमर अब्दुल्ला को नौसिखिया नेता बताया है. उन्होंने उनके द्वारा किए गए एक ट्वीट पर समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में तीखी प्रतिक्रिया दी है.
सत्यपाल मलिक ने कहा कि उमर अब्दुल्ला एक ऐसे नेता हैं जो हर बात पर ट्वीट करते रहते हैं. उनके ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रिया देखने के बाद आप खुद ही समझ जायेंगे कि वो एक नौसिखिये नेता हैं.
उन्होंने आगे बातचीत में कहा कि मैं यहां अपनी रेपुटेशन की वजह से हूँ, आप मेरी रेपुटेशन भी देखो और इनकी भी पूछो. पब्लिक से पूछो. मैं दिल्ली से अपनी रेपुटेशन की वजह से यहां आया हूँ और अपनी रेपुटेशन की वजह से यहां से जाऊँगा.
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, "ना मेरे पास बाप-दादा का नाम है और ना तुम्हारी तरह रुपया. मैं डेढ़ कमरे के मकान से यहां आया हूँ. मैं आपको गारंटी करता हूँ कि यहां से जाने के पहले इनका भ्रष्टाचार सबको दिखा के जाऊँगा."
इससे पहले लद्दाख के एक कार्यक्रम में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आतंकवादियों से आह्वान किया था कि बेगुनाह लोगों को क्यों मारते हो, उनको मारों जिन्होंने कश्मीर को लूटा है. उनके इसी बयान पर एनसी के नेता उमर अब्दुल्ला ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी.J&K Governor, Satya Pal Malik on Omar Abdullah's tweet: Yahan dekho meri reputation, public se pucho, meri bhi pucho aur inki bhi pucho. Main Dilli mein apni reputation ki wajah se yahan hun aur aap apni reputation ki wajah se wahan ho jahan ho. pic.twitter.com/CIQ5tKoItX
— ANI (@ANI) July 22, 2019
उन्होंने ट्वीट किया था कि जो आतंकवादियों को भ्रष्ट कहे जाने वाले नेताओं को मारने के लिए कहता है.
शायद इस व्यक्ति को गैरकानूनी हत्याओं और कठपुतली अदालतों को मंजूरी देने के पहले इन दिनों दिल्ली में अपनी प्रतिष्ठा के बारे में पता लगाना चाहिए.This man, ostensibly a responsible man occupying a constitutional position, tells militants to kill politicians perceived to be corrupt. Perhaps the man should find out about his own reputation in Delhi these days before sanctioning unlawful killings & kangaroo courts. https://t.co/bsa9khBjkC
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 21, 2019
सत्यपाल मलिक के इस बयान की काफी आलोचना हुई थी. उन्होंने अपने बचाव में इसे दर्द में दिया गया बयान बताया था.