मंदबुद्धि अधेड़ की शादी किन्नर से करा दी, शाम को दुल्हन फरार, मछली-चावल का भोज भी दिया, जानें फिर
By एस पी सिन्हा | Updated: July 2, 2021 19:32 IST2021-07-02T19:31:51+5:302021-07-02T19:32:33+5:30
बिहार के सारण जिले मांझी प्रखंड में बडे़ ही धूमधाम से एक अधेड़ की शादी किन्नर से करा दी गई.

अधेड़ की खुशी मायूसी में बदल गई.
पटनाः बिहार में इन दिनों शादी के अजीबोगरीब मामला सामने आया है. सारण जिले मांझी प्रखंड में बडे़ ही धूमधाम से एक अधेड़ की शादी किन्नर से करा दी गई.
पूरे गांव को मछली-चावल का भोज भी दिया गया. लेकिन हैरानी की बात है कि शादी के बाद शाम में किन्नर अधेड़ को छोड़कर घर से फरार हो गई. कहा जा रहा है कि कुछ उत्पाती लड़कों ने इस अधेड़ के साथ मजाक कर दिया. बताया जा रहा है कि आदर्श ग्राम बरेजा में कुछ लोगों ने एक मंदबुद्धि अधेड़ की शादी बैंड पार्टी में काम करने वाले किन्नर से करा दी.
गाजे-बाजे के साथ शादी हुई. मछली-चावल का भोज भी हुआ. लेकिन शादी के बाद किन्नर फरार हो गई. इसके बाद उस अधेड़ की खुशी मायूसी में बदल गई. बताया जा रहा है कि लंबे समय से इस शख्स को शादी के लिए दुल्हन की तलाश थी, लेकिन कोई इससे शादी नहीं कर रहा था. इसलिए गांव के कुछ लड़कों ने किन्नर को राजी कर दोनों की शादी करा दी.
किन्नर से जिस अधेड़ की शादी कराई गई है, उसका नाम महावीर बताया जा रहा है. उसके दो भाई बनारस में रहते हैं. जबकि अधेड़ गांव में ही रहता है. गांव के लोग उन्हें मंद बुद्धि बताते हैं. बताया जाता है कि धर्मपुरा ब्रह्मस्थान के समीप चार साल से एक किन्नर रहता था. कुछ लोगों ने उससे शादी करने के लिए अधेड़ को राजी कर लिया.
इसके बाद ग्रामीणों ने बरेजा हनुमान मंदिर परिसर में दोनों की धूमधाम से गाजे बाजे के साथ शादी करवा दी. यह विवाह इंटरनेट मीडिया पर चर्चा में है. शादी के बाद शाम को पता चला कि किन्नर फरार हो गया है. बताया जाता है कि किन्नर का घर समस्तीपुर जिला में है. जो शादी के बाद गांव भाग गया है. अब महावीर और किन्नर की शादी का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.
इस संबंध में पंचायत के मुखिया राजीव कुमार सिंह ने बताया कि जिस तरीके से अधेड़ के साथ शादी कराई गई है, वह गलत हुआ है. महावीर मंदबुद्धि का है. यह जानने के बावजूद लोगो ने शादी-संबंध कराकर मजाक बना इस रिश्ते को शर्मसार किया है. ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. जिस व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए, उसके साथ ऐसा मजाक कहीं से क्षम्य नहीं है.