महाराष्ट्र: बीजेपी से खींचतान के बीच शरद पवार से संजय राउत ने की मुलाकात, शिवसेना के नेता राज्यपाल से मिले
By विनीत कुमार | Updated: October 31, 2019 20:42 IST2019-10-31T20:42:17+5:302019-10-31T20:42:17+5:30
शिवसेना के नेता भी आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। एकनाथ शिंदे के शिवसेना के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवसेना के नेताओं ने शाम करीब 6 बजे राज्यपाल से मुलाकात की।

शरद पवार से मिले संजय राउत (फोटो-एएनआई)
महाराष्ट्र में शिवसेना के 50-50 के फॉर्मूले को लेकर बीजेपी से जारी उसकी खींचतान के बीच संजय राउत गुरुवार को एनसीपी चीफ शरद पवार से मिले। हालांकि, मुलाकात के बाद राउत ने कहा कि दिवाली की बधाई देने के लिए उनसे मिलने गये थे। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संजय राउत ने कहा, 'मैं एनसीपी चीफ शरद पवार से आज उनके घर जाकर मिला। मैं उन्हें दिवाली की बधाई देने गया था। हमने महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा की।'
शिवसेना और बीजेपी के बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही तनातनी जारी है। शिवसेना ने 50-50 के फॉर्मूले की बात कहते हुए मांग की है कि दोनों पार्टियों को ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मौका मिले। इसे मांग को लेकर बीजेपी की ओर अभी कुछ भी साफ नहीं कहा गया है। वैसे, बीजेपी ये बात दोहराती रही है कि शिवसेना के साथ ही राज्य में सरकार बनेगी।
राज्यपाल से मिले शिवसेना नेता
शिवसेना के नेता भी आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। एकनाथ शिंदे के शिवसेना के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवसेना के नेताओं ने शाम करीब 6 बजे राज्यपाल से मुलाकात की। इसमें आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। बाद में आदित्य ठाकरे ने कहा कि बारिश से किसानों और मछुआरों को हुए नुकसान को लेकर मदद की मांग करते हुए उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की है।
शिवसेना के रुख में नरमी की खबर अफवाह: संजय राउत
इससे पूर्व गुरुवार सुबह संजय राउत ने बीजेपी के प्रति उनकी पार्टी के रुख में नरमी की खबरों को अफवाह बताया। राउत ने कहा है कि शिवसेना के इस रुख में नरमी के लेकर मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरें अफवाह हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, 'ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के रुख में नरमी आई है, उसने समझौता कर लिया है और सत्ता में पदों के वितरण में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग त्याग दी है। यह सब अफवाह है। यह जनता है जो सब कुछ जानती है। (भाजपा और शिवसेना के बीच) जो कुछ भी तय हुआ था वह होगा।'
उन्होंने शिवसेना में संभावित फूट की खबरों को भी निराधार बताया। राउत ने कहा, 'जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि शिवसेना के 23 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं तो वे शायद आदित्य ठाकरे का नाम लेना भूल गए होंगे... और वे केवल 23 विधायकों का नाम ही क्यों ले रहे हैं, पूरे 56 विधायकों के नाम क्यों नहीं ले रहे ?'