मुंबई: महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट के खिलाफ लामबंद महाविकास अघाड़ी के प्रमुख घटक एनसीपी में मचे अंदरूनी तुफान के बीच शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अगले साल होने वाले देश के आम चुनाव को लेकर बेहद गंभीर बयान दिया है, जिसकी जद में सीधे केंद्र सरकार पर काबिज भारतीय जनता पार्टी है।
संजय राउत ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर दावा किया कि केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई कर रहे हैं, वो आगामी आम चुनाव में 100 सीटों तक सिमट सकती है। पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा, "आज की तारीख में पूरे देश में भाजपा को लेकर बेहद आक्रोश है। जनता भाजपा के खिलाफ हो चुकी है और इसमें कोई शक नहीं की लोकसभा चुनाव में वो 100-110 सीटों के बीच सिमट कर रह जाए। यह बात पूरी तरह से तय है कि 2024 में 100 फीसदी सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है।"
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों मसलन ईडी और सीबीआई जैसी तमाम संस्थाओं के दुरुपयोग से विपक्षी दलों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए संजय राउत ने कहा, भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का भयानक दुरुपयोग करके कांग्रेस, एनसीपी या शिवसेना (यूबीटी) को जिस तरह से तोड़ने का प्रयास किया, उसे पूरी जनता ने देखा है। इसमें सबसे दुखद यह है कि भाजपा ने राजनैतिक बदले के लिए जिस तरह से एजेंसियों का इस्तेमाल किया है, उससे उनकी साख को भारी धक्का पहुंचा है।
राउत ने 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के बारे में अनुमान लगाते हुए कहा, "महाराष्ट्र के 48 लोकसभा सीट में महाविकास अघाड़ी 40 सीटें जीतेगी और विधानसभा की 288 सीटों में महाविकास अघाडी के खाते में 180-185 सीटें आएगी। 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पूरे महाराष्ट्र से भाजपा साफ हो जाएगी।
पत्रकारों ने जब सजय राउत से 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के बरक्स विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह बहुत छोटा मुद्दा है, कोई भी हो सकता है। विपक्ष में बहुत से काबिल लोग हैं। संजय राउत ने कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है विपक्ष के बीच, असली बात तो यह है कि देश की जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को गद्दी से उतार कर ही रहेगी और सत्ता का परिवर्तन होकर रहेगा। विपक्ष को इस बात में कोई संदेह नहीं है।
संजय राउत ने बीते 16 अप्रैल को नवी मुंबई सरकार द्वारा आयोजित 'महाराष्ट्र भूषण अवार्ड' 2022 कार्यक्रम के भयंकर लू के कारण बाद 13 लोगों की मौत पर कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफा देना चाहिए। ये लोग लू से नहीं सरकार की लापरवाही से मरे हैं। सीएम शिंदे सीधे जवाबदेह हैं।