महाराष्ट्र: संजय राउत ने कहा- बहुमत न होते हुए फड़नवीस ने ली शपथ, राज्यपाल-राष्ट्रपति और जनता को फंसाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 25, 2019 10:22 IST2019-11-25T10:13:23+5:302019-11-25T10:22:26+5:30
राउत ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि ऑपरेशन कमल' में चार लोग हैं सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग और पुलिस ने 'ऑपरेशन कमल' चलाया। लेकिन इससे यहां कोई नतीजा नहीं निकलेगा।

महाराष्ट्र: संजय राउत ने कहा- बहुमत न होते हुए फड़नवीस ने ली शपथ, राज्यपाल-राष्ट्रपति और जनता को फंसाया
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने सोमवार (25 नवंबर) को कहा कि आज शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस राज्यपाल से मिलने जाएंगे। राउत ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि 'ऑपरेशन कमल' में चार लोग हैं सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग और पुलिस ने 'ऑपरेशन कमल' चलाया। लेकिन इससे यहां कोई नतीजा नहीं निकलेगा। अगर आपके पास बहुमत है तो आपको 'ऑपरेशन कमल' की आवश्यकता क्यों है?
वहीं, उन्होंने कहा कि बहुमत न होते हुए फड़नवीस ने शपथ ली। उन्होंने राज्यपाल को फंसया, राष्ट्रपति को फंसाया और महाराष्ट्र की जनता को फंसाया। बता दें कि बीजेपी ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए 'ऑपरेशन कमल' लॉन्च कर दिया है। दरअसल, 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बीजेपी के पास कुल 105 सीटें हैं और बहुमत साबित करने के लिए उसे 40 और विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है।
Sanjay Raut, Shiv Sena: There are four people in 'Operation Kamal'; CBI, ED, Income Tax dept and Police carry out 'Operation Kamal'. But it will not yield any result here. If you have the majority then why do you need an 'Operation Kamal'? #Maharashtrahttps://t.co/KLZbqNncdx
— ANI (@ANI) November 25, 2019
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक फड़नवीस सरकार बचाने के लिए बीजेपी ने 4 दिग्गज नेताओं को ऑपरेशन कमल की जिम्मेदारी सौंपी है। इन चारों में नारायण राणे, राधाकृष्ण विखे पाटील, गणेश नाईक, बबन राव का नाम शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक नारायण राणे पिछले साल कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके अलावा ये शिवसेना में रह हैं। खास बात यह है कि जिन चारों नेताओं की कमल ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी है वो कभी इन तीनों पार्टियों का हिस्सा रहे हैं। 'ऑपरेशन कमल' के तहत ये चारों नेता महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार में विधायकों की संख्याबल बढ़ाने में मदद करेंगे।
फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार ने रविवार को निर्देश दिया कि वह राष्ट्रपति शासन हटाने की महाराष्ट्र के राज्यपाल की अनुशंसा और देवेन्द्र फड़नवीस को सरकार बनाने का निमंत्रण देने वाले पत्र सोमवार को पेश करे। पीठ ने सोलीसीटर जनरल तुषार मेहता के आग्रह को खारिज कर दिया जिन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र को पेश करने के लिए दो दिनों का वक्त मांगा और उनसे कहा कि सोमवार सुबह साढ़े दस बजे पत्र पेश करें जब मामले पर फिर सुनवाई होगी।
एनसीपी ने विधायकों को देर रात मुंबई के दूसरे होटल में शिफ्ट किया, शिवसेना भी उठा सकती है ऐसा कदम
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार देर रात अपने विधायकों को उपनगरीय रिजॉर्ट से मुंबई के दूसरे होटल में स्थानांतरित कर दिया। विधायकों को बस से पवई के होटल रेनेसा से दूसरे होटल ले जाया गया। राकांपा नेता अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शनिवार रात से राकांपा विधायक होटल रेनेसा में थे। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि राकांपा के कितने विधायक होटल में हैं।