नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए कथित रेप और उसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद देश भर में लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए उत्तर प्रदेश के लिए निकले तो यूपी पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में राहुल गांधी के काफिला को रोक दिया।
इसके बाद हाथरस के लिए पैदल जाने के दौरान यूपी पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिसके बाद उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई और राहुल गांधी गिर पड़े। इस मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई और इसे देश के लोकतंत्र का गैंगरेप बताया है।
संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस ने जो किया उस व्यवहार का कोई समर्थन नहीं कर सकता है। यूपी पुलिस ने उनका कॉलर पकड़ा, उन्हें धक्का दिया। यह एक तरह का लोकतंत्र का गैंगरेप है जिसकी जांच होनी चाहिए।
इसके साथ ही बता दें कि शिवसेना ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती से सामूहिक बलात्कार और उसकी जघन्य हत्या किए जाने पर दलित नेताओं और सोशल मीडिया के ‘कार्यकर्ताओं’ की ‘‘चुप्पी’’ पर बुधवार को सवाल उठाए। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि एक अभिनेत्री के ‘‘घर की छत’’ ढहाए जाने पर एक तबके द्वारा ‘‘हंगामा’’ मचाया जा रहा है।
उनका इशारा अभिनेत्री कंगना रणौत की तरफ था। उन्होंने कहा, ‘‘क्या न्याय केवल किसी हस्ती या अभिनेत्री के लिए मांगा जाता है? अब मीडिया कहां है जो एक अभिनेत्री के घर की छत ढहाने पर चिल्ला रहा था?’’ उन्होंने हाथरस की घटना को ‘‘निराशाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया।
राउत ने कहा कि पीड़िता के लिए न्याय की मांग करने वाला सोशल मीडिया अभियान उन्होंने नहीं देखा है। हाथरस के एक गांव में 14 सितम्बर को 19 वर्षीय एक दलित युवती से चार लोगों ने बलात्कार किया। उसकी हालत खराब होने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई।