बवाल मचने के बाद संजय राउत ने वापस लिया अपना बयान, कहा था- इंदिरा गांधी पुराने डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं मुंबई
By रामदीप मिश्रा | Published: January 16, 2020 01:56 PM2020-01-16T13:56:07+5:302020-01-16T13:56:07+5:30
शिवसेना के नेता संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं। राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा कि दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आस-पास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे। राउत पहले एक पत्रकार थे।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं। इस बयान के बवाल खड़ा हो गया। मामल बढ़ता देख संजय राउत ने पहले अपने बयान को लेकर सफाई दी। हालांकि इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ तो उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, संजय राउत ने कहा, 'हमारे कांग्रेस के दोस्तों को आहत होने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी जी की छवि को धक्का पहुंचा है या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने बयान को वापस लेता हूं।'
इससे पहले उन्होंने कहा, 'पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और गांधी परिवार का मैंने हमेशा सम्मान किया है। विपक्ष में रहने के बाद भी मैंने उन्हें सम्मान ही दिया है बल्कि ऐसा कोई नहीं करता है। जब भी कोई इंदिरा गांधी के खिलाफ बोला है, मैंने हमेशा आवाज उठाई है।'
राउत ने कहा, करीम लाला पठानों के नेता के तौर अन्य नेताओं से मिला करता था। करीम लाला से कई सारे नेता मिलते थे। वो वक्त अलग था। वह पठान कमिटी का नेता था। वह अफगानिस्तान से आया था, इसलिए लोग पठानी लोगों की परेशानियां जानने के लिए उससे हमेशा मिलते थे।
बता दें कि बीते दिन बुधवार को शिवसेना के नेता संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं। राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा कि दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आस-पास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे। राउत पहले एक पत्रकार थे।
राउत ने लोकमत मीडिया समूह के पुरस्कार समारोह के दौरान एक मीडिया समूह को दिए साक्षात्कार में कहा कि वे तय करते थे कि पुलिस आयुक्त कौन बनेगा, मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा। राउत ने दावा किया कि हाजी मस्तान के मंत्रालय में आने पर पूरा मंत्रालय उसे देखने के लिए नीचे आ जाता था। इंदिरा गांधी पाइधोनी (दक्षिण मुंबई में) में करीम लाला से मिलने आती थीं।
राउत की पार्टी ने पिछले साल महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनायी है। 1960 के दशक से 1980 के दशक तक मुंबई में शराब की तस्करी, जुआ और जबरन वसूली रैकेट चलाने वाले लाला की 2002 में मृत्यु हो गई।
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘वे अंडरवर्ल्ड के दिन थे। बाद में, हर कोई (डॉन) देश छोड़कर भाग गया। अब ऐसा कुछ नहीं है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या अंडरवर्ल्ड के लोगों ने फोटो खिंचवाई, राउत ने दावा किया कि उन्होंने दाऊद इब्राहिम सहित कई गैंगस्टरों की तस्वीरें खींची। शिवसेना नेता ने यह भी दावा किया कि उन्होंने एक बार दाऊद इब्राहिम को फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा, "मैंने उसे देखा है, मैं उससे मिला हूं, मैंने उससे बात की है और मैंने उसे फटकार भी लगाई।’’