क्या बीजेपी के 'राष्ट्रवाद' को काउंटर करने के लिए सपा ने दिया तेज बहादुर यादव को टिकट?
By आदित्य द्विवेदी | Published: April 29, 2019 05:09 PM2019-04-29T17:09:20+5:302019-04-29T17:09:20+5:30
बीजेपी उग्र राष्ट्रवाद के सहारे 2019 की चुनौती पार करना चाहती है। सपा ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर को पीएम मोदी के सामने वाराणसी से टिकट देकर बीजेपी के 'राष्ट्रवाद' के सामने चुनौती पेश की है।
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए सपा ने बीएसएफ के पूर्व कॉन्सटेबल तेज बहादुर यादव को टिकट दिया है। इसे सांकेतिक रूप से बीजेपी के राष्ट्रवाद पर महागठबंधन की चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सेना के पराक्रम और राष्ट्रवाद को प्रमुख मुद्दा बनाया है। अब बीजेपी के सामने सेना में खाने को लेकर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने के बाद बर्खास्त हुए तेज प्रताप यादव की चुनौती है।
तेज बहादुर यादव 2017 में वो उस वक्त चर्चा में आए जब उनका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया था। जिसमें वह जवानों को दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता की आलोचना कर रहे थे। उनका वीडियो वायरल होने के बाद कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की गई। उनके आरोपों को गलत पाया गया और तेज बहादुर यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
बीजेपी को देना होगा तेज प्रताप यादव के इन सवालों का जवाब...
- तेज बहादुर यादव का कहना है कि मैंने सेना में भ्रष्टाचार का मामला उठाया लेकिन मुझे बर्खास्त कर दिया गया। मेरा पहला उद्देश्य सुरक्षा बलों को मजबूत करना और भ्रष्टाचार खत्म करना होगा।
- एक इंटरव्यू में जब तेज बहादुर से पूछा गया कि आखिर वाराणसी से ही चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं तो उन्होंने बताया, 'वो फौज पर राजनीति करने वालों को हराना चाहते हैं।' इस बयान में उनका सीधा इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था।
- पीएम मोदी के लिए तेज बहादुर का कहना है, ''पीएम मोदी हमारी फौज का नाम बदनाम कर रहे हैं। जिससे जवानों के हौसले कमजोर पड़ गए हैं, उरी हमले के बाद सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक और इस साल पुलवामा हमले के बाद वायुसेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक का श्रेय अक्सर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी को देते हैं।''
- 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने सेनाओं को खुली छूट दे रखी है। लेकिन इसी हमले के बाद बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने फैसला किया कि वो पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
यूपी में सातों चरण में वोटिंग होनी है। वाराणसी में आखिरी चरण में 19 मई को मतदान है। चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे।