बीजपी सांसद प्रज्ञा ने धरना किया समाप्त, कांग्रेस विधायक ने दी थी उन्हें जिंदा जलाने की धमकी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 9, 2019 07:35 AM2019-12-09T07:35:14+5:302019-12-09T07:35:14+5:30
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के धरना प्रदर्शन को लेकर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. शर्मा ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि प्रज्ञा सिंह को धरना देना है, तो दिल्ली में जाकर प्रदर्शन करे. एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी, ये क्या बात हुई
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने अपना ब्यावरा दौरा रद्द कर दिया है. कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने प्रज्ञा को जिंदा जलाने की धमकी दी थी, जिसके बाद उन्होंने मुल्तानपुरा जाने का ऐलान किया था. सदन के विशेष सत्र की व्यवस्तता का हवाला देकर ये दौरा रद्द किया गया है, लेकिन लड़ाई जारी रखने की बात कही है.
गौरतलब है कि शनिवार को भी इस मसले पर देर रात तक ड्रामा हुआ था. प्रज्ञा ठाकुर कमलानगर थाने में कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंची थीं, लेकिन जब एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो थाने में ही धरने पर बैठ गर्इं. करीब तीन घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. पुलिस ने उन्हें मामला उनके थाने का नहीं होने से एफआईआर लिखने से मना कर दिया था.
वहीं ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश आलाकमान से आए एक फोन काल के बाद प्रज्ञा के सुर नरम पड़ गए और उसके बाद धरना खत्म कर दिया गया.यही वजह मुल्तानपुरा दौरा रद्द करने के पीछे भी मानी जा रही है. प्रज्ञा ठाकुर ने पुलिस पर कांग्रेस सरकार के दवाब में शिकायत दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया और आंदोलन जारी रखने की बात कही है.
नौटंकी कर रही है प्रज्ञा
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के धरना प्रदर्शन को लेकर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. शर्मा ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि प्रज्ञा सिंह को धरना देना है, तो दिल्ली में जाकर प्रदर्शन करे. एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी, ये क्या बात हुई. कम से कम महिला सशक्तिकरण के लिए कुछ तो काम करो, यहां धरना देकर प्रज्ञा ठाकुर सिर्फ नौटंकी कर रही हैं. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के महिला सुरक्षा को लेकर धरने पर बैठने को लेकर कहा कि महिला सुरक्षा के लिए जितने काम मध्यप्रदेश सरकार में हो रहे हैं, उतने तो पूरे देश में नहीं हुआ है.
क्या था पूरा मामला
हाल ही में लोकसभा में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा गई थी. हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांग लिया था. कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने इसको लेकर पूरजोर विरोध किया था. इसी क्रम में कांग्रेस के विधायक गोवर्धन दांगी ने प्रज्ञा ठाकुर को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि प्रज्ञा ठाकुर को वह जिंदा जला देने की चेतावनी तक दे डाली थी. हालांकि बाद में विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी भी मांग लिया था, जिसको लेकर प्रज्ञा ने ट्वीट कर पलटवार करते हुए लिखा था कि 8 दिसंबर को वह गोवर्धन दांगी के घर जाएंगी अगर वह उन्हें जलाना चाहते हैं तो जला लें. लेकिन 8 तारीख से 1 दिन पहले ही साध्वी प्रज्ञा गोवर्धन दांगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने कमला नगर थाने पहुंच गर्इं.