नई दिल्ली: पाकिस्तान में बाढ़ से आई तबाही में लाखों-लाखों लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जून के बाद से पाकिस्तान में मानसून की बाढ़ से मरने वालों की संख्या 1,136 तक पहुंच गई है, जिसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में 75 लोगों की मौत हुई है।
पड़ोसी देश में आई इस भयंकर त्रासदी को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने दुख जताया है। सोमवार को उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा, "पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुख हुआ। हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और शीघ्र सामान्य स्थिति की बहाली की कामना करते हैं।"
बाढ़ की वजह से पाकिस्तान में खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही हैं। आलम ये है कि पड़ोसी मुल्क की सरकार ने भारत से दोबार ट्रेड करने की घोषणा की है। पाकिस्तान के वित्तमंत्री मिफ्ताह इस्माइल ऐलान करते हुए कहा है कि हम इस बाढ़ और खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण भारत के साथ व्यापार मार्ग खोलेंगे।
पाकिस्तान के वित्तमंत्री इस्माइल ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो हम भारत के साथ आयात करेंगे ताकि हम अपने किसानों को बचा सकें। पड़ोसी देश में प्याज 400 रुपये और टमाटर 500 रुपये किलो बिक रहा है। पाकिस्तान इस समय डिफाल्ट होने की कगार पर है और केवल बाढ़ से ही उसे 5.5 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने कश्मीर में धारा 370 को खत्म किए जाने के बाद भारत के साथ व्यापार को बंद कर दिया था।