शिअद और बसपा का गठबंधन एक नई राजनीतिक और सामाजिक पहल है: मायावती
By भाषा | Published: June 12, 2021 06:17 PM2021-06-12T18:17:44+5:302021-06-12T18:17:44+5:30
चंडीगढ़, 12 जून बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के बीच गठबंधन “एक नई राजनीतिक तथा सामाजिक पहल” है, जिससे पंजाब में प्रगति और समृद्धि आएगी। शिअद के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने शिअद-बसपा गठबंधन को “राजनीति के संपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक पुनरोत्थान के लिए देश और राज्य में पंथनिरपेक्ष, संघीय लोकतांत्रिक क्रांति की शुरुआत” बताया।
शिअद और बसपा ने 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को गठबंधन किया। पंजाब की 117 सीटों में से बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी की सीटों पर शिरोमणि अकाली दल अपने उम्मीदवार उतारेगा। चुनाव में दोनों दलों ने 25 साल बाद हाथ मिलाया है। शिअद-बसपा गठबंधन ने 1996 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था और 13 में से 11 सीटें जीती थीं।
गठबंधन की घोषणा करने के बाद बादल ने फोन करके मायावती को शुभकामनाएं दीं और उन्हें पंजाब आने का न्योता दिया। उन्होंने बसपा अध्यक्ष को पंजाब से चुनाव लड़ने का भी आमंत्रण दिया। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शिअद और बसपा के बीच हुए “ऐतिहासिक” गठबंधन को समर्थन देने के लिए पंजाब के लोगों से अपील की।
मायावती ने ट्वीट किया, “पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित गठबंधन एक नई राजनीतिक व सामाजिक पहल है, जो निश्चय ही यहाँ राज्य में जनता के बहुप्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।”
बसपा अध्यक्ष ने पंजाब में कांग्रेस नीत सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य में समाज का प्रत्येक वर्ग परेशान है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबका कांग्रेस पार्टी के शासन में यहाँ व्याप्त गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं आदि पर पड़ रही है, जिससे मुक्ति पाने के लिए इस गठबंधन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी है।”
मायावती ने कहा, “साथ ही, पंजाब की समस्त जनता से पुरजोर अपील है कि वे अकाली दल व बसपा के बीच आज हुये इस ऐतिहासिक गठबन्धन को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए यहाँ सन 2022 के प्रारम्भ में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस गठबन्धन की सरकार बनवाने में पूरे जी जान से अभी से ही जुट जाएं।”
इस बीच अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एक बयान में कहा कि इस गठबंधन से गरीबों, दमितों और अल्पसंख्यकों के लिए न्याय और समानता की प्रक्रिया को भी बढ़ावा मिलेगा।
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