केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट आज (17 अक्टूबर) को खुलेंगे। जैसे-जैसे कपाट खुलने का समय करीब आ रहा है तनाब की स्थिति भी देखने को मिल रही है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद यहां महिलाओं को प्रवेश नहीं देने की कोशिश की जा रही है।
वहीं,:महिला पत्रकारों पर हुए हमले पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है, आगे का कदम उठाने के लिए एनसीडब्ल्यू कार्यालय में एक बैठक चल रही है।700 पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया है, 300 और पुलिसकर्मी निलाक्कल पहुंचने के लिए रास्ते में हैं। वहीं 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश का विरोध कर रहीं मंदिर के बोर्ड के पूर्व प्रेसिडेंट गोपालकृष्णन की पत्नी को हिरासत में ले लिया गया है, उनके अलावा करीब 20 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
खबर के अनुसार लिस पंबा बेस कैंप से प्रदर्शनकारियों को जबरन हटा रही है। पंबा बेस कैंप से महिलाओं को वापस भेजा जा रहा है, वहां पर इनकी एंट्री का विरोध हो रहा है।नल्लिकेल इलाके में 3 जगह प्रदर्शन चल रहा है, इनमें 2 जगह संघ परिवार की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वामी अयप्पा के दर्शन के लिए महिला श्रद्धालु जुटने लगीं हैं। कई महिलाएं और बच्चे इसके विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। खबर के अनुसार तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि जो भी सबरीमाला मंदिर प्रार्थना करने जाएगा, उसकी रक्षा की जाएगी। प्रशासन ने मंदिर के आसपास 200 महिला पुलिसकर्मियों समेत 1000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये हैं। आज सबरीमाला मंदिर में सभी लड़कियों और महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से मंदिर के द्वार आज खुलने जा रहे हैं।
वहीं, मंदिर परिसर से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल बेस कैंप में भगवान अयप्पा के बहुत सारे भक्त ठहरे हुए हैं। नल्लिकेल और पम्पा बेस पर करीब 1000 से अधिक सुरक्षाकर्मी, जिनमें 800 पुरुष और 200 महिलाएं शामिल हैं. इनके अलावा 500 से अधिक अन्य सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं।