नागपुर: विजयादशमी के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय नागपुर में पथ संचालन, शस्त्र पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हालांकि इस बार संघ के कार्यक्रम में एक नई बात देखने को मिली। दरअसल पहली बार संघ के नागपुर में विजयादशमी के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के लिए एक महिला को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया।
महिला को आरएसएस ने बनाया चीफ गेस्ट
आरएसएस की ओर से दशहरा के मौके पर आयोजित पथसंचालन कार्यक्रम में संतोष यादव को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया। संतोष यादव दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली महिला पर्वतारोही हैं। यह पहली बार है जब किसी महिला को इस कार्यक्रम में आरएसएस ने मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया।
संतोष यादव के अलावा कार्यक्रम में आरएसएस चीफ मोहन भागवात, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी शामिल हुए।
आरएसएस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं संतोष यादव ने कहा कि अक्सर उन्हें उनके आचरण से लोग पूछते थे कि क्या वो संघी हैं? संतोष यादव ने कहा, 'मुझे तब पता नहीं होता था कि वो क्या पूछ रहे हैं। संघी क्या होता है? आज मेरा प्रारब्ध मुझे संघ के सर्वोच्च मंच पर ले आया।'
उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा, 'आप जिस संकल्प के साथ और निःस्वार्थ भाव से 97 वर्षों से लगे हुए हैं, उन्हें और बल दीजिए और आगे बढ़ते रहें। मैं आपके साथ हूं। आपने मुझे बल दिया। हम आपको बल देंगे।'
नागपुर में दशहरा पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
हर साल दशहरा के मौके पर आरएसएस के प्रमुख नागपुर के रेशमबाग में वार्षिक विजयादशमी कार्यक्रम को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम के तहत ‘पथ संचालन’, स्वयंसेवकों द्वारा मार्च आदि कार्यक्रम को देखते हुए शहर भर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पुलिस ने सुरक्षा के तीन स्तरीय इंतजाम किए हैं। आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा सुबह निकाले जाने वाली दो विजयादशमी रैलियों के मार्गों पर कम से कम एक हज़ार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।