राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री को बताया मदारी, कहा- दंगाइयों को बिहार में आने दिया गया, जेल में बंद कर देना चाहिए
By एस पी सिन्हा | Published: May 16, 2023 06:08 PM2023-05-16T18:08:15+5:302023-05-16T18:09:54+5:30
बिहारः बाबा बागेश्वर के लिए उमड़ रही भीड़ पर तंज कसते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि जब गांव में मदारी आता है तो उसके डुगडुगी की आवाज सुनकर आधा गांव जुट जाता है।
पटनाः बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री के बिहार दौरे को लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मंगलवार को तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा है कि जो लोग देश में नफरत फैलाने का काम करते हैं उन्हें जेल में बंद कर देना चाहिए। लेकिन अफसोस है कि दंगाइयों को बिहार में आने दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ बोलने वालों को मैं देश का दुश्मन मानता हूं। विघटनकारी तत्व को जहां से भी ताकत मिलती है और जो भी ताकत देते हैं वह अपने आप में कभी भी भारत के सही नागरिक नहीं हैं। बाबा बागेश्वर के लिए उमड़ रही भीड़ पर तंज कसते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि जब गांव में मदारी आता है तो उसके डुगडुगी की आवाज सुनकर आधा गांव जुट जाता है।
लेकिन मदारी से कोई नहीं पूछता कि तुम कहां से आदमी को चिड़िया और चिड़िया को कैसे आदमी बना देते हो। कभी कोई नहीं पूछता कि तुम आदमी को दो भाग में कैसे काट देते हो? यह तो कोई सर्जन भी नहीं कर सकता है, लेकिन वह इस तरह की धोखाधड़ी करता है। धोखाधड़ी उनका पेशा है। यह दुर्भाग्य है कि इस देश को शिक्षित नहीं होने दिया गया है।
भारत को अब तक भाग्य प्रबल है के नाम पर बनाए रखा गया है। गीता में कर्म करने का संदेश दिया गया है लेकिन यहां कर्म के बदले भाग्य के सहारे लोगों को छोड़ा जा रहा है। बाबा धीरेन्द्र शास्त्री के बिहार आगमन की अनुमति पर कटाक्ष करते हुए जगदानंद ने कहा कि इनकी हालत लालकृष्ण आडवाणी के जैसी होनी चाहिए थी। जैसे आडवाणी को बंद कर दिया गया था, इन्हें बंद कर दिया जाना चाहिए था।
लेकिन ऐसे लोगों को बिहार में आने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो बहुधर्मी है। हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, पारसी बौद्ध जैसे सभी जाति और धर्म के लोग यहां हैं। भारत बहुधर्मी, बहु संस्कृति वाला देश है। लेकिन कुछ लोग यहां माहौल बिगाड़ रहे हैं। अभी हाल ही में ऐसी घटनाएं मणिपुर में देखने को मिली। ऐसी ही स्थिति कुछ लोग बिहार में कर रहे हैं।