CAA: राजद के बिहार बंद के दौरान हिंसक हुआ प्रदर्शन, दो गुटों में झड़प के बाद 8 लोगों को लगी गोली
By एस पी सिन्हा | Published: December 21, 2019 11:16 PM2019-12-21T23:16:07+5:302019-12-21T23:19:31+5:30
एम्स के इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि वहां भर्ती 10 लोगों में आठ लोगों को गोली लगी है. जबकि, दो पथराव में घायल हैं. सभी खतरे से बाहर हैं. इस दौरान किये गये पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित दो दर्जन लोग घायल हो गए.
नागरिकता संशोधन कानून एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में आज राजद के बिहार बंद का खासा असर देखा गया. राजद के बिहार बंद ने रेल सेवाओं को भी बुरी तरह से प्रभावित किया. इस दौरान राजधानी पटना में सुबह से बंद समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. राजद नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आरजेडी कार्यालय से सडक पर उतरे. बिहार बंद के दौरान राज्य में कई जगह भारी हिंसा हुई. सबसे बड़ी घटना पटना में हुई, जहां दो गुटों के बीच भिडंत के दौरान जमकर पथराव हुआ.
पटना के फुलवारीशरीफ में दो गुटों की भिडंत में कई राउंड फायरिंग की गई. यहां दो गुटों की भिडंत के बाद तनाव बरकरार है. बडी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है. वहां टमटम पडाव के नजदीक एक धार्मिक स्थल को भी क्षति पहुंचाई गई है. गोलीबारी में 13 लोग घायल हो गए.
उनमें आठ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दो पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक व्यक्ति को छुरा भी लगा है. पथराव में छह पुलिस कर्मियों सहित डेढ दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है. उनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में किया जा रहा है.
एम्स के इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि वहां भर्ती 10 लोगों में आठ लोगों को गोली लगी है. जबकि, दो पथराव में घायल हैं. सभी खतरे से बाहर हैं. इस दौरान किये गये पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित दो दर्जन लोग घायल हो गए. पटना में ही आंदोलनकारियों की गुंडई के शिकार मीडियाकर्मी भी हुए.
डीएम कुमार रवि ने बताया कि फुलवारीशरीफ में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 प्रभावी कर दी गई है. एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं.
बताया जाता है कि बंद के समर्थन में निकला जुलूस टमटम पडाव के पास धार्मिक स्थल से गुजर रहा था. इसी दरम्यान सीएए के समर्थन में कुछ लोगों ने नारेबाजी की. दोनों पक्ष में पहले नोकझोंक हुई. कुछ लोग धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाने लगे.
इस पर दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया. दोनों ओर से दो दर्जन राउंड फायरिंग भी हुई. हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडने पडे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस ने भी फायरिंग भी की. सिटी एसपी अभिनव राज के नेतृत्व में पुलिस उपद्रवियों की गिरफ्तारी को तलाशी अभियान चला रही है. वैसे अभी स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है.
हालांकि पुलिस इससे इंकार कर रही है. वहीं, मीठापुर बस स्टैंड से लेकर करबिगहिया इलाके और पटना जंक्शन तक बंद समर्थकों ने हंगामा और तोडफोड किया. हाथों में डंडे लिए बंद समर्थकों ने मीठापुर बस स्टैंड के बाहर खडी बसों में तोडफोड किया.
इस दौरान उन्होंने वहां पटना पुलिस के लगाए बैरिकेटिंग बोर्ड्स को भी नहीं बख्शा. मीठापुर बस स्टैंड में राजद कार्यकर्ताओं ने आगजनी की और लाठी-डंडे चलाए. इस वजह से बस स्टैंड पर बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. राहगीरों को इससे भारी परेशानी का सामना करना पडा.