प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दिल्ली में चल रहे ‘हुनर हाट’ में बिहारी व्यंजन लिट्टी चोखा खाया और तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की। इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। बिहार के चुनाव साल में पीएम मोदी के इस कदम को चुनावी प्रोपोगैंडा से जोड़ा जा रहा है। इसी बीच गुरुवार को बिहार के पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी पीएम मोदी पर तंज कसा।
पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर को रि-ट्वीट करते हुए तेज प्रताप यादव ने भोजपुरी में लिखा, ‘कतनो खईबऽ लिट्टी चोखा, बिहार ना भुली राउर धोखा।।!’ जिसका मतलब है कि आप कितना भी लिट्टी चोखा खा लो, लेकिन बिहार को जो आपने धोखा दिया है वो कोई भी नहीं भूलेगा। वहीं, तेजस्वी ने लिखा 'आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद मशहूर बिहारी खाना पसंद करने के लिए। बिहार के मुख्यमंत्री मांग नहीं सकते, इसलिए मैं आपका ध्यान बिहार के हिस्से के लिए जरूरी मुद्दों पर खींचना चाहता हूं- विशेष दर्जा, स्पेशल पैकेज के लिए फंड, बाढ़ राहत कोष और आयुष्मान भारत के लिए फंड।'
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘हुनर हाट’ में बुधवार को अचानक पहुंचे और वहां लिट्टी-चोखा खाया एवं कुल्हड़ में चाय पी एवं इनका भुगतान उन्होंने स्वयं किया। मोदी ने विभिन्न स्टॉल पर जाकर उत्पादों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री पहली बार किसी हुनर हाट में पहुंचे हैं।
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया। इसके साथ ही उन्होंने दो कुल्हड़ चाय भी ली जिसमें से एक उन्होंने स्वयं ली और दूसरी चाय नकवी को दी। मोदी ने चाय के लिए भी 40 रुपये का भुगतान किया। प्रधानमंत्री के वहां पहुंचने के साथ भारी भीड़ जमा हो गई । लोगों ने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए और कई ने तो उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई।
बाद में मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘इंडिया गेट पर लगे हुनर हाट में दोपहर में शानदार समय बिताया। यहां कई हस्तशिल्प, कारपेट, कपड़े और लजीज पकवान हैं। यहां पहुंचिए।’’ उन्होंने कहा कि पूरे देश से लोगों की भागीदारी ने ‘हुनर हाट’ एक जीवंत स्थान बनाता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दोपहर के भोजन में स्वादिष्ट लिट्टी-चोखा खाया और गर्म चाय पी।’’ ‘हुनर हाट’ में मोदी उत्सुकतावश कुछ वाद्य यंत्रों को स्पर्श कर उन्हें बजाने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने जो ट्वीट किए हैं उनमें कई तस्वीरें भी शेयर की हैं जिनमें वह लोगों से बातचीत करते नजर आ रहे हैं। यहां मौजूद कई कारीगरों और दस्तकारों ने प्रधानमंत्री से कहा कि देश के कई पारंपरिक हुनर दम तोड़ रहे थे, लेकिन ‘हुनर हाट’ उनमें नयी जान डाली है। मोदी ने एक दिव्यांग पेंटर से भी बातचीत की जो ‘हुनर हाट’ से लाभान्वित हुआ है। गौरतलब है कि "कौशल को काम" विषय पर आधारित यह 'हुनर हाट" 13 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक आयोजित किया गया है जहां देश भर के "हुनर के उस्ताद" दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं । इनमे 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हैं।
इससे पहले दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुडुचेरी, इंदौर आदि स्थानों पर "हुनर हाट" आयोजित किए जा चुके हैं। अगले "हुनर हाट" का आयोजन रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च, 2020 तक और फिर चंडीगढ़ में 13 मार्च से 22 मार्च, 2020 तक किया जाएगा। आने वाले दिनों में "हुनर हाट" का आयोजन गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर आदि में किया जायेगा।