भारतीय रेलवे के राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि, 2022-23 में 2 लाख 40 हजार करोड़ अर्जित किया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 18, 2023 11:33 AM2023-04-18T11:33:30+5:302023-04-18T11:35:17+5:30
भारतीय रेलवे ने एक आधिकारिक बयान जारी कर के कहा है कि रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2 लाख 40 हजार करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है। भारतीय रेलवे के यात्री राजस्व में भी 61 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जो अब तक की सबसे ज्यादा वृद्धि है।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 बेहद शानदार रहा है। भारतीय रेलवे ने एक आधिकारिक बयान जारी कर के कहा है कि रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2 लाख 40 हजार करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में रेलवे द्वारा अर्जित किया गया राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 49,000 करोड़ रुपये अधिक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 में अर्जित किया गया राजस्व 25 प्रतिशत अधिक है।
भारतीय रेलवे के यात्री राजस्व में भी 61 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जो अब तक की सबसे ज्यादा वृद्धि है। भारतीय रेलवे का यात्री राजस्व 63,300 करोड़ रुपये हो गया है। 2021-22 में यह 39,214 करोड़ रुपये था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान रेलवे को माल ढुलाई से मिलने वाला राजस्व भी पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.62 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
तीन साल के अंतराल के बाद पहली बार भारतीय रेलवे इस साल पेंशन व्यय को पूरी तरह से पूरा करने में सक्षम है। अपने सभी राजस्व व्यय को पूरा करने के बाद रेलवे ने 3200 करोड़ रुपये अपने आंतरिक संसाधनों से पूंजी निवेश के जरिए जुटाए।
अपने आधिकारिक बयान में रेलवे की तरफ से कहा गया, "2022-23 के दौरान, सकल राजस्व 2021-22 के 1 ,91,278 करोड़ रुपये की तुलना में 2,39,803 करोड़ रुपये रहा। साथ ही सकल यातायात प्राप्तियां 2021-22 के 1,91,206 रुपये की तुलना में 2,39,750 करोड़ रुपये रहीं। 2021-22 में रेलवे का कुल व्यय 2,06,391 करोड़ रुपये था जो 22-23 के दौरान 2,37,375 करोड़ रुपये है।"
रेलवे ने कहा है कि उसका ध्यान सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर केंद्रित है। विभिन्न सुरक्षा कार्यों के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष के तहत 11,800 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। बताया गया है कि ट्रैक, पुल, ग्रेड सेपरेटर आदि को मजबूत करने में सुरक्षा की दिशा में कुल 25,913 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।