केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने संजय राउत पर लगाया शिवसेना को तोड़ने का आरोप, कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: July 21, 2022 09:47 AM2022-07-21T09:47:09+5:302022-07-21T09:48:50+5:30
शिवसेना सांसद संजय राउत पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया है। अठावले से पहले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने आरोप लगाया था कि शिवसेना को राकांपा प्रमुख शरद पवार ने तोड़ा।
नई दिल्ली: केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने शिवसेना में विभाजन के लिए संजय राउत को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने राउत के इशारे पर ही राकांपा के साथ गठबंधन किया। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अठावले ने कहा, "शिवसेना को तोड़ने वाले शरद पवार नहीं संजय राउत थे। उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के कहने पर ही एनसीपी के साथ जाने का फैसला किया।"
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अगर शिवसेना और राकांपा एक साथ नहीं आते तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना की सरकारें महाराष्ट्र में आ जातीं। अठावले ने ये भी कहा कि यदि शिवसेना और राकांपा एक साथ नहीं आते तो महा विकास अघाड़ी कभी नहीं बनती और इसलिए महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना की सरकार होती।
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने आरोप लगाया कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना को तोड़ा। उन्होंने कहा था कि पवार ने व्यवस्थित रूप से पार्टी को कमजोर किया है। कदम ने कहा था कि हममें से किसी को यह मंजूर नहीं था कि शिवसेना प्रमुख के बेटे राकांपा और कांग्रेस के मंत्रियों के साथ बैठे। अगर एकनाथ शिंदे ने यह कदम नहीं उठाया होता तो शिवसेना के पास 10 विधायक भी नहीं होते।
अपनी बात को जारी रखते हुए रामदास कदम ने कहा था कि मैंने 52 साल पार्टी में काम किया और अंत में मुझे निकाल दिया गया। मैं एकनाथ शिंदे के साथ आए विधायकों को धन्यवाद दूंगा। इस बीच राहुल शेवाले ने कहा, "उद्धव ठाकरे भाजपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक एक घंटे तक चली लेकिन शिवसेना के कुछ विधायकों के गतिरोध के कारण ऐसा नहीं हो सका।"