Ram Navami 2025: पश्चिम बंगाल में कड़ी सुरक्षा के बीच राम नवमी का जश्न, जगह-जगह समारोह का आयोजन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 6, 2025 11:57 IST2025-04-06T11:55:21+5:302025-04-06T11:57:04+5:30
West Bengal Ram Navami 2025: जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में 'राम नवमी' पर पूजा करने के लिए आम छात्र संघ की ओर से तैयारियां चल रही हैं।

Ram Navami 2025: पश्चिम बंगाल में कड़ी सुरक्षा के बीच राम नवमी का जश्न, जगह-जगह समारोह का आयोजन
West Bengal Ram Navami 2025: पश्चिम बंगाल में रविवार सुबह रामनवमी का पर्व शोभायात्राओं और 'जय श्री राम' के नारों के साथ शुरू हो गया। इस दौरान लाखों श्रद्धालु सड़कों पर उमड़ पड़े। रामनवमी पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सड़कों पर उत्सव का माहौल दिखाई दिया। भगवा रंग के झंडे, भक्ति संगीत और रामायण के दृश्यों को दर्शाती झांकियां उत्सव की भव्यता को बढ़ा रही हैं।
अकेले कोलकाता में 60 से ज्यादा शोभायात्राएं आयोजित करने का कार्यक्रम है, जिसके लिए लगभग 4,000 से 5,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। उप आयुक्त और संयुक्त आयुक्त रैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को शोभायात्राओं के रास्तों पर सुरक्षा की निगरानी का काम सौंपा गया है।
भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा, "रामनवमी पर आयोजित अनेक कार्यक्रमों में लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। मैं राज्य सरकार से आग्रह करूंगा कि वह व्यवस्था करे ताकि शांतिपूर्ण तरीके से पर्व मनाया जा सके। समारोह को जबरन रोकने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रामनवमी का जश्न मनाया जाएगा, चाहे आप कुछ भी करें।" सदन में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी अपने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में राम मंदिर की आधारशिला रखने वाले हैं और उन्होंने हावड़ा तथा पूर्व मेदिनीपुर में भी कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और हिंदू जागरण मंच सहित भाजपा से संबद्ध हिंदूवादी संगठन भी पश्चिम बंगाल में शोभायात्राएं आयोजित कर रहे हैं। इस बीच राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर इस अवसर को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "भाजपा रामनवमी को एक राजनीतिक आयोजन में बदलने की कोशिश कर रही है। वे विकास की राजनीति में नहीं हैं, बल्कि धर्म के नाम पर राजनीति करना चाहते हैं और अशांति पैदा करना चाहते हैं।
बंगाल इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।" पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी शोभायात्राओं की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। कोलकाता के एंटाली, कोसीपुर, खिदरपुर और चितपुर जैसे संवेदनशील स्थानों पर त्वरित प्रतिक्रिया दल भी तैनात किए गए हैं।