11 सालों में पहली बार राष्ट्रपति भवन में नहीं होगी इफ्तार पार्टी, रामनाथ कोविंद ने लगाई रोक
By पल्लवी कुमारी | Published: June 7, 2018 04:28 AM2018-06-07T04:28:42+5:302018-06-07T04:28:42+5:30
गौरतलब है कि इससे पहले 2017 में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ही कार्यकाल में क्रिसमस पर होने वाली कैरोल सिंगिंग का भी आयोजन नहीं किया गया था।
नई दिल्ली, 7 जून: हर साल रमजान के महीने में राष्ट्रपति भवन में होने वाली इफ्तार इस साल नहीं होगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इफ्तार पार्टी पर रोक लगा दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मीडिया सचिव अशोक मलिक ने इस बात की जानकारी अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी। गौरतलब है कि इससे पहले 2017 में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ही कार्यकाल में क्रिसमस पर होने वाली कैरोल सिंगिंग का भी आयोजन नहीं किया गया था।
आलोचनाओं के बीच प्रणब मुखर्जी पहुंचे नागपुर, 7 जून को होने वाले RSS के इवेंट पर टिकीं सबकी निगाहें
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के मुताबिक करदाताओं के पैसों से भवन में किसी भी धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम के कार्यकाल (2002-2007) में इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं होता था। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम इफ्तार पार्टी में होने वाले सारे खर्च की रकम को गरीबों और अनाथों में बांट दिया करते थे। यानी 2002 से 2007 के बाद 11 सालों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि राष्ट्रपति भवन इफ्तार पार्टी नहीं होगी।
After the President took office in July 2017, he directed Rashtrapati Bhavan being a public building there would be no religious observances at taxpayer expense. This is in keeping with the principles of a secular state and applies to all festivities, irrespective of religion 1/3
— Ashok Malik (@MalikAshok) June 6, 2018
अशोक मलिक ने ट्वीट कर बताया, 'राष्ट्रपति भवन एक सेक्युलर स्टेट का मूर्त रूप है। धर्म और गवर्नेंस अलग हैं। टैक्स चुकाने वालों की रकम पर राष्ट्रपति भवन में किसी भी धर्म से जुड़ा त्योहार नहीं मनाया जाएगा। अशोक मलिक ने ट्वीट में यह भी लिखा, राष्ट्रपति देशवासियों को हर धर्म के त्योहारों पर शुभकामनाएं देंगे। राष्ट्रपति भवन परिसर में रहने वाले किसी भी अफसर या कर्मचारी पर किसी तरह का कोई रोक-टोक नहीं होगा। वह अपने मजहब से जुड़े सारे काम और पर्व मना सकेंगे।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें