Ram Mandir Ayodhya: "यह देश के लिए 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' है", रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर जनता को बधाई देते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 22, 2024 09:57 AM2024-01-22T09:57:58+5:302024-01-22T10:00:02+5:30
अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश के नागरिकों को इस 'युगीन दिन' पर बहुत-बहुत बधाई हो।
नई दिल्ली: देश आज अयोध्या में होने वाले राम मंदिर समराोह और रामलला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा की खुशियां मना रहा है। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश के नागरिकों को इस 'युगीन दिन' पर बहुत-बहुत बधाई हो।
इसके साथ ही उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये एक पोस्ट में कहा कि 22 जनवरी, प्राण प्रतिष्ठा का दिन देश की सभ्यता पथ में 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' के तौर पर इतिहास में अंकित किया जाएगा।
जगदीप धनखड़ ने कहा, "ऐतिहासिक शहर अयोध्या में होने वाले राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के इस युगांतकारी दिन पर बधाई। 22 जनवरी का दिन हमारे ऐतिहासिक सभ्यता पथ में 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' के रूप में अंकित होगा।"
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए शुभकामनाएं दीं, जिन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिनों का एक विशेष अनुष्ठान आयोजित किया था।
उपराष्ट्रपति ने कहा, "हर तरफ राष्ट्रीय गौरव के पुनर्जागरण के उत्सव के क्षण को देखकर बहुत खुशी हो रही है। 11 दिनों के कठोर 'अनुष्ठान' के बाद अन्य यजमानों, संतों और अन्य लोगों की उपस्थिति में पवित्र अनुष्ठान का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हार्दिक शुभकामनाएं।"
जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश आज के दिन ज्ञान, शांति, सद्भाव और धार्मिकता लाने के लिए और जीवन के तरीके के रूप में भगवान राम के सत्यनिष्ठा, क्षमा, बहादुरी, ईमानदारी, नम्रता, देखभाल और करुणा के मूल्यों को अपनाने का संकल्प ले।
मालूम हो कि राम लला की 'प्राण प्रतिष्ठा' 22 जनवरी को पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080 के दिन निर्धारित है। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति देखी जाएगी।
इनके अलावा समारोह में विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के लोग भी शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एक सभा को भी संबोधित करेंगे।
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि भगवान राम का न्याय और लोगों के कल्याण पर ध्यान भी हमारे देश के शासन दृष्टिकोण में परिलक्षित होता है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा, 'जैसा कि आप श्रीराम के जन्मस्थान अयोध्या धाम में बनाए गये नए मंदिर में प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं, मैं केवल उस अनूठी सभ्यतागत यात्रा के बारे में सोच सकता हूं। पवित्र परिसर में आपके द्वारा उठाए गए प्रत्येक कदम के साथ पूरा होगा। आपके द्वारा किया गया 11 दिवसीय कठोर अनुष्ठान न केवल एक पवित्र अनुष्ठान है, बल्कि त्याग और प्रभु श्री राम के प्रति समर्पण का एक सर्वोच्च आध्यात्मिक कार्य भी है। आप जैसे-जैसे अयोध्या धाम की ओर बढ़ रहे हैं, मैं आपको अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भेजता हूं।"
मालूम हो कि पीएम मोदी ने 12 जनवरी से नासिक के काला राम मंदिर में 11 दिवसीय पवित्र उपवास शुरू किया था। इस दौरान उन्होंने नासिक धाम पंचवटी से अनुष्ठान शुरू किया जहां भगवान राम ने महत्वपूर्ण समय बिताया था।