पुलवामा में वोट के लिए मारे गये जवान, सरकार बदलेगी तो जांच में बड़े-बड़े लोग फंसेंगे: राम गोपाल यादव
By विनीत कुमार | Updated: March 21, 2019 15:14 IST2019-03-21T15:02:36+5:302019-03-21T15:14:59+5:30
राम गोपाल यादव के इस बयान पर आने वाले दिनों में विवाद बढ़ हो सकता है। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे।

पुलवामा में वोट के लिए मारे गये जवान, सरकार बदलेगी तो जांच में बड़े-बड़े लोग फंसेंगे: राम गोपाल यादव
पुलवामा में फरवरी में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमलो के लेकर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल ने ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद हो सकता है। राम गोपाल यादव ने कहा है कि पुलवामा में वोट के लिए जवानों को मार दिया गया और लोकसभा चुनाव के बाद अगर सरकार बदली तो जांच में बड़े-बड़े लोग फंसेंगे। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस बयान को बीजेपी उछाल सकती है। इससे पहले एयर स्ट्राइक में मारे गये आतंकियों की संख्या के सवाल को बीजेपी मुद्दा बना चुकी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार रामगोपाल यादव ने कहा, 'अर्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं। जवान मार दिये गये वोट के लिए, जम्मू-श्रीनगर के बीच में चेकिंग नहीं थी। जवानों को साधारण बसों से भेज दिया गया। ये साजिश थी। अभी नहीं कहना चाहता, जब सरकार बदलेगी, इसकी जांच होगी, तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।'
RG Yadav,SP: Paramilitary forces dukhi hain sarkar se, jawan maar diye gaye vote ke liye,checking nahi thi Jammu-Srinagar ke beech mein, jawano ko simple buses main bhej diya,ye sazish thi, abhi nahi kehna chahta, jab sarkar badlegi, iski jaanch hogi, tab bade-bade log phasenge. pic.twitter.com/nLPnNP5P2f
— ANI UP (@ANINewsUP) March 21, 2019
इससे पहले इसी महीने के पहले हफ्ते में कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद का ऐसा ही एक बयान आया था जिसमें उन्होंने पुलवामा हमले को पीएम नरेंद्र मोदी और इमरान के बीच का 'मैच-फिक्सिंग' करार दिया था। इस बयान पर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी और कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों पर जवानों की शहादत पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।
यही नहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले को 'दुर्घटना' बताने को भी बेजेपी ने आड़े हाथों लिया था। दिग्विजय के ट्वीट पर कांग्रेस को काफी हमले झेलने पड़े थे। खासतौर पर सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह के बयान के चलते पार्टी को तीखी आलोचना हुई थी।
पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे। इसके बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ उग्र माहौल बना था। इस हमले के 12 दिन बाद भारत ने भी पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया था।