Rajya Sabha Election: चार राज्यों में 16 सीटों के लिए आज मतदान, कुल 21 उम्मीदवार मैदान में, एक-एक वोट की दिलचस्प लड़ाई
By विनीत कुमार | Published: June 10, 2022 07:30 AM2022-06-10T07:30:11+5:302022-06-10T12:26:39+5:30
Rajya Sabha Election: राज्यसभा चुनाव के लिए आज वोटिंग है। चार राज्यों में 16 सीटों पर सभी की नजरें हैं जहां लड़ाई दिलचस्प हो गई है। क्रॉस वोटिंग की आशंका से सभी पार्टियां सतर्क हैं।
नई दिल्ली: राज्यसभा की 16 सीटों के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। नतीजे देर शाम तक आने की उम्मीद है। राज्यसभा चुनाव के तहत 15 राज्यों में कुल 57 सीटों पर चुनाव थे लेकिन नामांकन वापसी के अंतिम दिन तक 41 सदस्य निर्विरोध चुने जा चुके हैं। ऐसे में अब केवल राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में 16 सीटों पर सभी की नजरें टिकी हैं।
उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और उत्तराखंड में सभी 41 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। वहीं, चार अन्य राज्यों में एक-एक वोट के लिए लड़ाई दिलचस्प बन गई है। पिछले कई दिनों से इन राज्यों में तमाम पार्टियां हॉर्स ट्रेडिंग और क्रॉस वोटिंग के डर के बीच अपने विधायकों को एकजुट करने में जुटी थीं।
राजस्थान में एक सीट पर फंसा पेंच
राजस्थान में कांग्रेस तीन सीट जीतने का दावा कर रही है चौथी सीट पर पेंच को लेकर अटकलें जारी हैं। राजस्थान विधानसभा परिसर में शुक्रवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और उसके बाद मतगणना होगी। राज्य के 200 विधायक चार सीटों के लिए मतदान करेंगे।
कांग्रेस ने तीन सीट के लिए मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है, हालांकि वह मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा का भी समर्थन कर रही है।
संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें व भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा को जीतने के लिए 41 मत चाहिए, जिनसे वह केवल आठ मत दूर हैं।
कांग्रेस को तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 15 और वोट (कुल 41) चाहिए। कांग्रेस के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने समस्या बढ़ा दी। पार्टी ने अपने दो विधायकों को चुनाव में हिस्सा नहीं लेने को कहा है। इससे पहले बीटीपी ने कांग्रेस का समर्थन करने की बात कही थी।
हरियाणा में कांग्रेस के लिए उलनझन
हरियाणा में दो सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव है। मैदान में उतरे कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी का समर्थन है। साथ ही भाजपा ने कृष्ण पंवार को मैदान में उतारा है। कांग्रेस की ओर से अजय माकन मैदान में हैं। सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन का अपने 40 विधायकों के बलबूते एक सीट जीतना तय है। विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक है जो दूसरी सीट जीतने के लिए पर्याप्त वोट हैं। कांग्रेस को हालांकि आशंका है कि उनके विधायकों के पाला-बदलवाने की कोशिश हो सकती है।
ऐसे में कांग्रेस विधायकों छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित क रिसॉर्ट भेज दिया गया था जहां से वे कल दिल्ली पहुंचे और आज चंडीगढ़ पहुंचकर वोट डालेंगे। हरियाणा से राज्यसभा की जिन दो सीट के लिए चुनाव होना है उनमें से एक पर कांटे की टक्कर होने की संभावना है। इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला ने कार्तिकेय शर्मा का समर्थन करने की घोषणा की है।
महाराष्ट्र में शिवसेना के सामने बड़ी चुनौती
महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों पर चुनाव होना है। विधानसभा के गणित के हिसाब से भाजपा के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त मत हैं, जबकि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस एक-एक सीट हासिल कर सकती हैं। राज्य की महाविकास आगाडी (एमवीए) सरकार में शामिल शिवसेना (55), राकांपा (52) और कांग्रेस (44) मिलकर शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर सकती हैं। एनसीपी के दो विधायक-अनिल देशमुख और नवाब मलिक जहां जेल में हैं, वहीं 288 सदस्यीय सदन में एक सीट खाली है। चार प्रमुख दलों के अलावा महाराष्ट्र विधानसभा में 25 निर्दलीय और छोटे दलों के विधायक भी मौजूद हैं।
कुल मिलाकर पेंच एक सीट पर फंस गया है। छह सीटों के लिए सात उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। शिवसेना ने दो उम्मीदवारों-संजय राउत और संजय पवार को मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी चुनावी मैदान में हैं। छठी सीट के लिए पवार और महादिक के बीच मुकाबला है।
कर्नाटक में कांग्रेस- जद(एस) में नहीं हो सका करार
कर्नाटक में चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव है। यहां 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 45 विधायक चाहिए। कर्नाटक में चौथी सीट के नतीजों को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है जिसके लिए राज्य की तीनों प्रमुख पार्टियां मुकाबला कर रही हैं जबकि तीनों के पास ही आवश्यक मत नहीं है।
मौजूदा संख्याबल के हिसाब से भाजपा दो सीटों पर और कांग्रेस एक सीट पर जीत सकती है। भाजपा के पास अपने दम पर दो प्रत्याशियों (निर्मला सीतारमण और जग्गेश) को जीताने के बाद अतिरिक्त 32 विधायक होंगे। वहीं, जयराम रमेश को जीताने के लिए आवश्यक मतों के बाद कांग्रेस के पास 25 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन है जबकि जद(एस) के पास 32 विधायक है जो इस चुनाव में सीट जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है।
कर्नाटक में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और शाम पांच बजे से मतों की गिनती शुरू होगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चौथी सीट के लिए तीन प्रत्याशी हैं और किसी भी दल के पास पर्याप्त मत नहीं है, ऐसे में दूसरी और तीसरी वरीयता के मतों की गिनती की जरूरत पड़ सकती है। माना जा रहा है कि अगर वरीयता मतों की गिनती होगी तो भाजपा को फायदा होगा बशर्ते कांग्रेस व जद(एस) में कोई करार न हो या क्रॉस वोटिंग नहीं हो।
(भाषा इनपुट)