Rajya Sabha Election: झामुमो ने झारखंड से राज्यसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ नेता महुआ माजी को उम्मीदवार बनाया है। झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने सोमवार को इसकी घोषणा की। सोरेन ने कहा कि कांग्रेस के साथ कोई खींचातानी नहीं है।
अपने आधिकारिक आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पिता और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ इस संबंध में चर्चा करने के बाद माजी के नाम पर मुहर लगाई।
कांग्रेस और राजद झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के दो अन्य घटक हैं। माजी पहले झारखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष थीं। वह झामुमो महिला विंग में अध्यक्ष पद पर भी रह चुकी हैं। झामुमो नेता ने अतीत में रांची विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। सोरेन ने रविवार को कहा था कि राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन राज्यसभा सीट के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करेगा।
झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने झामुमो पर आरएस चुनावों के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा पर कहा कि मुझे लगता है कि दिल्ली में हुई बातचीत (सीएम हेमंत सोरेन और सोनिया गांधी के बीच) के बीच एक विरोधाभास है। झामुमो का फैसला है। हमने पार्टी आलाकमान को इससे अवगत करा दिया है। हमारे झारखंड प्रभारी कल आएंगे और फिर हम बताएंगे कि हमारा स्टैंड क्या है और हम क्या करेंगे।
भाजपा ने आदित्य साहू को राज्यसभा के लिए झारखंड से प्रत्याशी बनाया है जहां से नकवी पूर्व में सदस्य हैं। देश के 15 राज्यों से राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव 10 जून को होंगे। नामांकन भरने की अंतिम तिथि 31 मई है। झारखंड में 10 जून को राज्यसभा की दो सीट के लिए मतदान होना है।
इन सीट के लिये चुनाव केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद महेश पोद्दार का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त होने के मद्देनजर होने वाला है। राज्य की 82 सदस्यीय विधानसभा में 81 निर्वाचित सदस्य होते हैं, लेकिन इस समय झारखंड विकास मोर्चा से कांग्रेस में गये विधायक बंधु तिर्की की सदस्यता आय से अधिक संपत्ति मामले में 28 मार्च को तीन वर्ष कैद की सजा पाने के बाद समाप्त हो चुकी है, जिसके चलते विधानसभा में मतदान करने योग्य कुल सदस्यों की संख्या 80 ही रह गयी है।
इसलिये राज्य की वर्तमान विधानसभा में 26.67 मत पाने वाले उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है। वर्तमान विधानसभा में जहां सत्ताधारी झामुमो के 30 विधायक हैं, वहीं उसकी समर्थक कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैं और दूसरी समर्थक पार्टी राजद का एक विधायक है।
वहीं, मुख्य विपक्षी भाजपा के कुल 26 विधायक हैं और उसे कम से कम दो अन्य विधायकों के समर्थन का विश्वास है। ऐसे में राज्यसभा में सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष दोनों के एक-एक सदस्यों के चुने जाने की संभावना है।