राजू कुछ खास हैं. इसलिए नहीं कि पठानकोट के रहने वाले राजू का पीएम मोदी ने 'मन की बात' में जिक्र किया. राजू ने कुछ खास किया था तभी उनका जिक्र पीएम मोदी के 'मन की बात' में हुआ. राजू अपने दोनों पैरों से लाचार है लेकिन उनके अंदर दूसरों की मदद करने की इच्छा कमाल की है. राजू खुद एक तीन पहिया गाड़ी की मदद चलते हैं. लेकिन ट्राइसाइकिल सवार राजू ने ऐसा किया क्या कि पीएम मोदी को उनका जिक्र करना पड़ा.
भीख मांग कर करते हैं गुज़ारासामाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान जब अधिकांश लोग घरों में कैद थे तब राजू ने फैसला किया कि वो जरूरतमंदों तक मास्क और राशन पहुचाएंगे. राजू कहते हैं कि मेरे जैसे और भी कई लोग हैं जो भीख मांग कर गुजारा करते हैं. मुझे जो मिला था वो मैंने दूसरों की मदद में खर्च किया. राजू कहते हैं " मुझे जो पैसे या सामान मिलता है उसमें मैं अपनी जरूरतें पूरी करने के बाद बचे हुए पैसों और सामाना से अपने जैसे जरूरतमंदों की मदद करता हूं."
पीएम मोदी ने 31 मई को 65 वें 'मन की बात' में राजू के काम की तारीफ की. "मन की बात" में खुद का जिक्र होना कैसा लगता है, इस सवाल पर राजू कहते हैं "मुझे खुशी है कि पीएम ने अपने रेडियो कार्यक्रम में मेरा जिक्र किया. विकलांग होने के बावजूद पीएम मुझे वैसे नहीं देखते. इस मुश्किल वक्त में मैं जो कर सकता हूं मै करता रहूंगा."
राजू ने बांटे 3 हज़ार मास्क और 100 परिवारों को राशनराजू अब तक 3 हज़ार मास्क बांट चुके हैं और 100 परिवारों तक राशन पहुंचाया है. वो कहते हैं " मेरे जैसे कई लोग हैं जो भीख मांग कर गुजारा करने पर मजबूर हैं." राजू कोरोना लॉकडाउन की वजह से घरों में फंसे बेरोज़गार हो चुके लोगों की मदद के लिए अपने तिपहिया पर ही पूरे पठानकोट में घूमते हैं. राशन और मास्क के अलावा राजू ने कई गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी में मदद की है. इतना ही नहीं राजू ने कुछ जरूरतमंदों तक किताबें भी पहुंचायी हैं.