राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर बने बिहार के 41वें राज्यपाल, कार्यकारी मुख्य न्यायधीश ने दिलाई पद एवं गोपनियता की शपथ
By एस पी सिन्हा | Updated: February 17, 2023 15:00 IST2023-02-17T14:58:57+5:302023-02-17T15:00:27+5:30
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बिहार के 41वें राज्यपाल के तौर पर शुक्रवार को शपथ ली। 3 अप्रैल 1954 को जन्मे अर्लेकर गोवा के रहने वाले हैं। बिहार का राज्यपाल बनाए जाने से पहले वह हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे।

राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर बने बिहार के 41वें राज्यपाल
पटना: राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने बिहार के 41वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। राजभवन के राजेन्द्र मंडपम् में पटना हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायधीश चक्रधारी सिंह ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी समेत कई मंत्री और अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
बिहार के नए राज्यपाल अपने शपथ ग्रहण के लिए शुक्रवार सुबह 9.45 बजे दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्तमंत्री विजय चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी समेत कई मंत्रियों ने की।
केंद्र सरकार के द्वारा किए गए बदलाव में राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है। वहीं बिहार के राज्यपाल रहे फागू चौहान को अब मेघालय का नया राज्यपाल बनाया गया है। फागू चौहान ने बिहार के 40वें राज्यपाल के रूप में 29 जुलाई 2019 को शपथ ली थी। बता दें कि 23 अप्रैल 1954 को जन्मे अर्लेकर गोवा के रहने वाले हैं और बिहार के राज्यपाल बनाने से पहले उन्हें जुलाई 2021 में हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
राजेंद्र विश्वनाथ भाजपा की वरिष्ठ सदस्य रह चुके हैं। अर्लेकर साल 2002 से 2007 तक वह में भाजपा के विधायक भी रहे हैं। वहीं वर्ष 2012 से 2015 तक गोवा विधानसभा के अध्यक्ष भी थे। वर्ष 2015-2017 के बीच वे गोवा के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री भी रहे। राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर आरएसएस से जुड़े रहें हैं। 1989 से भाजपा के लिए काम करना शुरू किया था।
