राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मध्य चल रहे पावर गेम के बीच प्रदेश में एक और मुख्यमंत्री बनाये जाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री गहलोत खुद एक मुख्यमंत्री और बनाना चाहते हैं।
भाजपा में पहली बार जाट नेता सतीश पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस में जाट समाज का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है और कांग्रेस के जाट नेताओं ने अपनी बाद दिल्ली आलाकमान तक पहुंचाई है। मुख्यमंत्री इसी का लाभ उठाते हुए राजस्व मंत्री हरीश चैधरी या कृषि मंत्री लालचंद कटारिया में से किसी एक को उप मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि लालचंद कटारिया मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे हुए हैं वहीं हरीश चैधरी वर्तमान में राष्ट्रीय सचिव है। दोनों ही नेता गहलोत के निकट माने जाते हैं। चैधरी और कटारिया ने पिछले दिनों दिल्ली जाकर राष्ट्रीय नेताओं के समक्ष जाट समाज को अधिक प्रतिनिधित्व देने की बात रखी है। उधर गहलोत विरोधी खेमा पूर्णतया आश्वस्त है कि पंचायत चुनाव तक सचिन पायलट ही उप मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ के पद पर बने रहेंगे।
अशोक गहलोत एक और उपमुख्यमंत्री बनाकर एक ओर जहां वे सचिन पायलट को बैंलेस करना चाहते हैं वहीं दूसरी ओर जाट समाज को खुश करने की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। दो से के दिल्ली प्रवास से जयपुर लौटे मुख्यमंत्री ने अपने समर्थकों को इस बात के संकेत दिये हैं कि आलाकमान जल्द ही इस मामले में निर्णय लेंगे।