हड़ताल के चलते राजस्थान बसों के थमें पहिये, 22 लाख यात्री होंगे प्रभावित
By धीरेंद्र जैन | Updated: July 26, 2018 05:22 IST2018-07-26T05:22:58+5:302018-07-26T05:22:58+5:30
जानकारी के अनुसार रोडवेजकर्मी अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर 26 जुलाई तक हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल रोडवेज श्रमिक संगठन एटक, सीटू, इंटक, आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन, बीजेएमएम, राजस्थान रोडवेज सेवानिवृत कर्मचारी कल्याण समिति के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर की गई।

हड़ताल के चलते राजस्थान बसों के थमें पहिये, 22 लाख यात्री होंगे प्रभावित
जयपुर, 26 जुलाईः राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर मध्यरात्रि 12 बजे से रोडवेज बसों के पहिये थम गये। प्रदेशभर में हड़ताल के चलते हजारों की संख्या में यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। रोडवेज कर्मचारियों का दावा है कि प्रदेश में अधिकांश जगह बसें नहीं चल रही हैं। ऐसे में सिंधी कैंप बस स्टेंड पर बड़ी संख्या में बसें खड़ी हुई हैं और काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है। उधर अलग-अलग जगहों पर कर्मचारियों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार रोडवेजकर्मी अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर 26 जुलाई तक हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल रोडवेज श्रमिक संगठन एटक, सीटू, इंटक, आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन, बीजेएमएम, राजस्थान रोडवेज सेवानिवृत कर्मचारी कल्याण समिति के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर की गई।
हड़माल से प्रदेशभर में करीब 4 हजार 716 बसों का संचालन प्रभावित होने के अनुमान लगाया जा रहा है। रोडवेज में प्रतिदिन करीब 11 लाख यात्री सफर करते हैं। ऐसे में दो दिन की हड़ताल से करीब 22 लाख यात्री प्रभावित होंगे। रोडवेज प्रतिदिन बसों के संचालन से 5.32 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है।
एक ओर जहां सरकार हड़ताल के चलते दावे कर रही है कि उन्होंने यात्रियों को परेशानी नहीं हो इसके लिये अन्य वैकल्पिक इंतजाम किये हैं। वहीं हकीकत देखा जाये तो सरकार की ओर से यात्रियों के लिये कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। इससे सरकार के दावों की पोल भी खुल गई है।
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