राजस्थान: जालोर में पुजारी पर दलित दूल्हा-दुल्हन को मंदिर में घुसने से रोकने का आरोप, दूर से ही नारियल चढ़ाने को कहा
By विनीत कुमार | Published: April 24, 2022 11:39 AM2022-04-24T11:39:52+5:302022-04-24T11:39:52+5:30
राजस्थान के जालोर में दलित समुदाय के लोगों को मदिर में प्रवेश करने से पुजारी ने रोक दिया। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जालोर: राजस्थान के जालोर में दलित समुदाय के लोगों को मंदिर में प्रवेश से रोकने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार दलित समुदाय के एक नवविवाहित जोड़ा मंदिर में प्रवेश कर पूजा-पाठ करना चाहता था। उनके साथ कुछ और लोग भी थे। हालांकि इन्हें मंदिर के बाहर रोक दिया गया। साथ ही अपमानित भी किया गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत के बाद पुलिस ने अब मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिंदुस्तान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार जालोर के आहोर तहसील के साडन गांव से ऊकाराम राठौड की बारात नीलकंठ गांव के हुकमाराम मेघवाल के घर आई थी। यहां ऊकाराम की शादी संतु के साथ हुई। शादी के अगले ही दिन नवविवाहित जोड़ा नारियल चढ़ाने के लिए गांव के नीलकंठ महादेव मंदिर गया था। साथ ही कुछ रिश्तेदार भी मंदिर गए थे। रिपोर्ट के अनुसार नवविवाहित जोड़ा मंदिर पहुंचा और तो मंदिर के पुजारी ने उन्हें बाहर ही रोक दिया और दूर से ही नारियल चढ़ाने को कहा।
पुजारी से हुई कहासुनी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायररल
मंदिर के बाहर पुजारी से कहासुनी और बहस का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित पक्ष के अनुसार पुजारी ने कहा कि उनके समुदाय के लोग मंदिर में पैर नहीं रख सकते, इसलिए वे दूर से नारियल चढ़ा कर चले जाएं। वर-वधु के साथ आए कुछ युवक भी वीडियो में बहस करते नजर आ रहे हैं। साथ ही पीड़ित पक्ष से असभ्य भाषा में गाली गलौच भी करने का आरोप है।
ये बात भी सामने आई है कि मामला बढ़ने के दौरान मंदिर के पास खड़े कुछ लोग भी वहां पहुंचे और वर-वधु के साथ आए दूसरे लोगों को गांव के नियम को मानने का कहा। इनसे कहा गया कि जब मंदिर में इनका प्रवेश निषेध है, तो वे जिद क्यों कर रहे है।
मामले में वधु पक्ष के ताराराम मेघवाल ने थाना भाद्राजुन पर मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के मुताबिक एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।