लाइव न्यूज़ :

एम्बुलेंस में जन्म के बाद नवजात की मौत, पिता का आरोप- मुस्लिम होने की वजह से सरकारी अस्पताल ने भर्ती करने से किया मना

By स्वाति सिंह | Updated: April 5, 2020 08:12 IST

राजस्थान सरकार में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भरतपुर के सरकारी अस्पताल के ओबीएस और गायनो विभाग के एचओडी पर निशाना साधा। उन्होंने इस पूरे मामले का एक वीडियो भी ट्वीट किया है। आरोपी डॉक्टर का नाम मोनित वालिया है।

Open in App
ठळक मुद्दे सरकारी अस्पताल आरोप है कि डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना कर दिया अस्पताल से निकलने के बाद महिला ने एंबुलेंस के अंदर बच्चे को जन्म दिया

भरतपुर: एक नवजात शिशु के पिता ने शनिवार को आरोप लगाया कि राजस्थान के भरतपुर जिले के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को भर्ती करने से इस वजह से मना कर दिया क्योंकि वह मुस्लिम थी। उनका कहना है है कि उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, 34 वर्षीय इरफान खान ने कहा कि उनकी पत्नी को एम्बुलेंस से जयपुर ले जाया जा रहा था। लेकिन अस्पताल से निकलने के बाद महिला ने एंबुलेंस के अंदर बच्चे को जन्म दिया, कुछ ही देर में नवजात की मौत हो गई। हालांकि, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री और भरतपुर के विधायक सुभाष गर्ग ने इस बात को सिरे से इनकार किया है कि परिवार को जयपुर जाने के लिए कहा गया था क्योंकि वे मुस्लिम हैं।

उन्होंने कहा कि मामले की जांच का आदेश दिया गया है। वहीं, जनाना अस्पताल के डॉ रूपेंद्र झा ने इस ममाले में कुछ भी कहने से इनकार किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, मैं इस मामले में जांच के बाद ही मैं कुछ कह पाऊंगा।' वहीं, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि जांच का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जांच करेगा और यदि आवश्यक हुआ तो उचित कार्रवाई की जाएगी।

जबकि, नवजात के पिता खान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें लगता है कि डॉक्टर को लगता है कि वे तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं। खान ने बताया, जब हम कल रात सीकरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गए तो उन्होंने हमें जिला अस्पताल रेफर किया। हम आज सुबह भरतपुर के अस्पताल गए। लेकिन लेबर रूम में डॉक्टरों ने मेरा नाम और पता पूछा। मैंने उन्हें अपना नाम बताया और कहा कि मैं नागर से आया हूँ। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं मुस्लिम हूं। मैंने कहा-हाँ। इसके बाद डॉक्टर सतर्क हो गए और कहा, 'यदि आप मुस्लिम हैं, तो आपको यहां इलाज नहीं मिलेगा। 

वहीं, राजस्थान सरकार में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भरतपुर के सरकारी अस्पताल के ओबीएस और गायनो विभाग के एचओडी पर निशाना साधा। उन्होंने इस पूरे मामले का एक वीडियो भी ट्वीट किया है। आरोपी डॉक्टर का नाम मोनित वालिया है। मंत्री ने कहा कि इससे शर्मनाक कुछ भी नहीं हो सकता। ये एक सेक्युलर स्टेट है और सरकार ऐसे मामलों को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा, 'आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई होगी। विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि तबलीगी जमात ने पूरे देश के लिए संकट पैदा किया, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मुस्लिम समाज के लोगों के साथ इस तरह से बर्ताव किया जाए।'

टॅग्स :राजस्थान
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

भारतमेहमान पंछियों के लिए ­झील बनी कब्रगाह

क्राइम अलर्टराजस्थान में सरकारी परियोजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु EY अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग

कारोबारट्रैक्टर छोड़ बैल से करिए खेती?, हर साल 30000 रुपये सहायता, बीजेपी सरकार ने की घोषणा

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत