हार्ट अटैक के कारण करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का हुआ निधन, पैतृक गांव में आज होगा अंतिम संस्कार
By आजाद खान | Published: March 14, 2023 08:48 AM2023-03-14T08:48:32+5:302023-03-14T09:14:02+5:30
जानकारी के अनुसार, लोगों के अंतिम दर्शन के लिए करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी के पार्थिव शरीर को जयपुर के राजपूत सभा भवन में रखा जाएगा।
जयपुर: करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी (Lokendra Singh Kalvi) का निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार, लोकेंद्र सिंह कालवी को दिल का दौरा था जिस कारण सोमवार को उनकी मौत हो गई है। इस बात की पुष्टी जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) के डॉक्टर्स ने की है।
बताया जा रहा है कि लोकेंद्र सिंह कालवी के पार्थिव शरीर को जयपुर के राजपूत सभा भवन में रखा जाएगा ताकि लोग उनकी अंतिम दर्शन कर सके। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनका अंतिम संस्कार नागौर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव कालवी गांव में दोपहर को ढाई बजे होगा।
काफी दिन से चल रहे थे बीमारा
बता दें कि लोकेंद्र सिंह कालवी काफी दिन से बीमार थे। उन्हें जून 2022 में ब्रेन स्ट्रोक आया था जिसके बाद से वे अपना इलाज करवा रहे थे। ऐसे में इलाज के दौरान ही सोमवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिस कारण उनकी मौत हो गई है। गौर करने वाली बात यह है कि कालवी पिछले कई वर्षों से अपने समाज के लिए काम करते थे और समाजिक मुद्दों को लेकर हमेशा चर्चा में भी रहते थे।
वे अपने भड़काऊ भाषण के कारण भी काफी चर्चा में रहते थे और वे सबसे ज्यादा फेमस तब हुए थे जब उन्होंने बॉलीवुड मूवी पद्मावत (Padmaavat) का विरोध किया था और इसे लेकर फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को कथित तौर पर धमकी भी दी थी।
कौन थे लोकेंद्र सिंह कालवी
आपको बता दें कि लोकेंद्र सिंह कालवी का जन्म मध्य राजस्थान के नागौर जिले के कालवी गांव में हुआ था और उनकी पढ़ाई अजमेर में पूर्व राजपरिवारों के पसंदीदा स्कूल मेयो कॉलेज में हुई थी। ऐसे में उनको हिंदी और अंग्रेजी भाषा की अच्छी पकड़ थी। बताया जाता है कि वे बॉस्केटबॉल के एक अच्छे खिलाड़ी भी थे।
लोकेंद्र सिंह कालवी द्वारा साल 2006 में करणी सेना की नीव रखी गई थी। इसके ठीक दो साल बाद फिल्म जोधा-अकबर रिलीज हुई थी, ऐसे में करणी सेना ने फिल्म का विरोध किया था जिस कारण यह फिल्म राजस्थान में रिलीज नहीं हो पाई थी। यही नहीं सेना द्वारा सलमान खान की फिल्म 'वीर' का भी यह कहकर विरोध किया गया था कि इसमें राजपूतों को सही से नहीं दिखाया गया है।