राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुरुवार को बांसवाड़ा जिले के झेर में अनास नदी पर बनने वाले एनीकट के शिलान्यास, सज्जनगढ़ के आईटीआई भवन के उद्घाटन जैसे समारोह के लिए गए थे, लेकिन राज्य चुनाव आयोग के पंचायती राज चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई, लिहाजा उनके भाषण की दिशा ही बदल गई.
उन्होंने न तो उद्घाटन किया और न ही कोई नई घोषणा की, अलबत्ता यह कहा कि- ये दोनों ही काम चुनाव खत्म होते ही होंगे, जो पहला कार्यक्रम बनेगा वो आपके इस क्षेत्र में ही बनेगा.
लेकिन, सीएम गहलोत ने पूर्व की बीजेपी सरकार पर सियासी हमला जरूर किया, उन्होंने कहा कि- बीजेपी सरकार ने नाम बदलने और काम बंद करने के कार्य ही किए. यही वजह है कि रतलाम, बांसवाड़ा, डूंगरपुर रेल, रिफाइनरी, बिजलीघर, मेडिकल काॅलेज जैसे काम बंद हो गए.
उन्होंने कहा कि चाहे मैं कम आऊं या ज्यादा आऊं, ये हमेशा ध्यान रखना कि मैं आपका हूं. यहां के जो नेता हैं, महेंद्रजीत सिंह मालवीया, चाहे वो मंत्री थे, चाहे प्रधान, चाहे प्रमुख, हमेशा आपके सुखदुख में काम आए हैं.
सीएम गहलोत का यह भी कहना था कि प्रगति तभी संभव है जब पढ़ोंगे, शिक्षा से जुड़ो. जितनी चाहोगे उतनी स्कूलें हम देंगे, ये मैं आपसे वादा करता हूं. कोई भी बालक यहां शिक्षा से दूर नहीं रहना चाहिए.
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि आपके इलाके में परिवर्तन हुआ है, ऐसा परिवर्तन तभी हो सकता है जब संवेदनशील मुख्यमंत्री हो.