पीएम नरेन्द्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा सार्वजनिक रूप से फादर आफ इंडिया कहे जाने के बावजूद पीएम मोदी के मौन रहने पर सीएम अशोक गहलोत ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए मुखर प्रहार किया है.सीएम गहलोत ने कहा कि आज गांधी जयंती पर, मैं अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मोदी को फादर आफ इंडिया कहे जाने और इस पर मोदी द्वारा ट्रम्प की कही गई बातों पर आपत्ति नहीं करने के बारे में अपना विरोध दर्ज कराना चाहता हूं. अगर मोदी गांधी जी का सम्मान करते हैं, तो वे चुप क्यों रहे?
सीएम गहलोत का कहना है कि यदि मोदी जी सही मायने में महात्मा गांधी जी का सम्मान करते हैं, तो उन्हें वहां अमेरिकी राष्ट्रपति को सुधारना चाहिए था. उन्हें कहना चाहिए था कि भारत में केवल एक राष्ट्रपिता हैं और उनका नाम एमके गांधी है, उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता.
सीएम गहलोत ने पीएम मोदी टीम पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने 70 साल तक गांधी और पटेल का नाम नहीं लिया, कुछ साल से नाम लेने लगे हैं, लेकिन 70 साल तक गांधी के विराट व्यक्तित्व, पटेल के कॉन्ट्रीब्यूशन को ये लोग नहीं समझ पाए इसके लिए इन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए.
उनका कहना है कि जब तक गांधी के सिद्धांतों को नहीं अपनाएंगे तब तक नाम लेना सिर्फ स्वार्थ है.सीएम गहलोत का कहना है कि यह देश के लिए गर्व की बात है कि गांधी जयंती को विश्वभर में इंटरनेशनल डे आफ नानवायलेंस के रूप में मनाया जा रहा है, यूपीए सरकार के वक्त में यह फैसला करवाया गया और यूएन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करवाया गया, इससे पूरी दुनिया में गांधीजी के प्रति एक मैसेज गया.
इधर, महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष के अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विशेष अधिवेशन को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि आजादी के बाद आज देश जिस स्थिति में गुजर रहा है, वह चिंता का विषय है. लोकतंत्र खतरे में है. पूरे देश में भय और हिंसा का माहौल है.
लेकिन, आरएसएस, भाजपा तथा उसके नेताओं द्वारा आज महात्मा गांधी का नाम लिया जाना, गांधी और कांग्रेस के विचारों की विजय है. आरएसएस, भाजपा और उनके नेताओं को गांधी का नाम लेना पड़ रहा है, यह हमारी नीतियों, कार्यक्रमों और सिद्धांतों की विजय है.
उधर, ट्विटर पर सीएम गहलोत ने लिखा- नई पीढ़ी को आने वाले वक्त में इस देश को संभालना है, अगर नई पीढ़ी गुमराह होगी, जिस प्रकार उसे गुमराह करने का काम आज सोशल मीडिया के माध्यम से किया जा रहा है, तो यह देश के हित में नहीं है!