राजस्थानः रूपनगढ़ में फूड पार्क शुरू, 'नौजवानों, किसानों, महिलाओं और उद्यमियों के लिए है सौगात है'
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 30, 2018 01:47 IST2018-03-30T01:47:32+5:302018-03-30T01:47:32+5:30
केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि किसानों के द्वारा उत्पादित फसलों की बर्बादी रोककर प्रधानमंत्री का किसानों की आय दोगुनी करने का सपना साकार किया जा सकता है।

राजस्थानः रूपनगढ़ में फूड पार्क शुरू, 'नौजवानों, किसानों, महिलाओं और उद्यमियों के लिए है सौगात है'
जयपुर, 30 मार्च: केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल एवं राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने गुरुवार को अजमेर जिले के रूपनगढ़ में ग्रीनटेक मेगा फूड पार्क का शुभारम्भ किया। शुभारम्भ समारोह में केंद्रीय मंत्री बादल ने कहा कि यह मेगा फूड पार्क नौजवानों, किसानों, महिलाओं एवं उद्यमियों के लिए एक सौगात है।
उन्होंने कहा किशनगढ़ की मार्बल मण्डी विश्वविख्यात है। रूपनगढ़ भी खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से तीन साल के भीतर विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाएगा। कृषि का उत्पादन ऋतु आधारित होता है। कच्चे माल की कुछ समय तक ही आवक रहती है। ऐसे में उद्यम का खर्च कम करने के लिए सामान्य सुविधाएं एक जगह उपलब्ध करवायी गई। प्रसंस्करण उद्योग से किसान खुशहाल होंगे। किसान अपनी उपज को मण्डी के अलावा अन्य स्थानों पर मूल्य संवर्धन के माध्यम से बेचकर आय बढ़ा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि रूपनगढ़ में मेगा फूड पार्क की केन्द्रीय प्रोसेसिंग हब होगा। इसके प्राइमेरी प्रोसेसिंग यूनिट चुरू, जयपुर, टोंक और नागौर में विकसित किए जाएंगे। इससे किसानों को लाभ मिलेगा। उपज बेचने के लिए अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध होने से उपज का अच्छा मूल्य प्राप्त होगा। इसके माध्यम से किसान ई नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट से जुड़ पाएंगे और किसान देश की लगभग 550 मण्डियों में अपने उत्पाद बेच सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 42 मेगा फूड पार्क की योजना 2008 में लागू की गई थी। वर्ष 2014 तक 2 पार्क ही शुरू किए गए थे। वर्तमान सरकार द्वारा गत चार वर्षों में 11 पार्क आरम्भ किए जा चुके हैं। इस वर्ष 10 और फूड पार्क शुरू हो जाएंगे। शेष मेगा फूड पार्कों को भी आगामी 6 माह में पूर्ण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्पदा के माध्यम से उद्यमी कृषि आधारित प्रसंस्करण उद्योग लगाकर 35 प्रतिशत तक का अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। उद्यमी को 5 लाख से 5 करोड़ तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार फूड पार्क की लागत का 50 प्रतिशत या 50 करोड़ की सीमा तक अनुदान देय होगा। रूपनगढ़ मेगा फूड पार्क में 40 यूनिट उद्यम स्थापना की क्षमता है। इनका सालाना टर्नओवर 450 से 500 करोड़ होने का अनुमान है। यह पार्क 5 हजार व्यक्तियों को रोजगार तथा 20 हजार किसानों को उपज का उचित मूल्य प्रदान कर लाभान्वित करेगा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 10 एकड़ की भूमि पर मिनी फूड पार्क की स्थापना पर 10 करोड़ की सब्सिडी देगी। इसमें स्थापित उद्यमों को भी 5 करोड़ तक की सब्सिडी प्राप्त होगी। इसके लिए कोई भी उद्यमी और किसान समूह बनाकर आवेदन कर सकते हैं।
केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि किसानों के द्वारा उत्पादित फसलों की बर्बादी रोककर प्रधानमंत्री का किसानों की आय दोगुनी करने का सपना साकार किया जा सकता है। मेगा फूड पार्क के विकसित होने से किसानों के साथ-साथ युवाओं को भी रोजगार प्राप्त होगा।