राजस्थान चुनाव: JNU में यूज्ड कंडोम की 'संख्या' बताने वाले ज्ञानदेव आहूजा का बीजेपी ने काटा टिकट, ये है वजह
By जनार्दन पाण्डेय | Published: November 15, 2018 12:41 PM2018-11-15T12:41:44+5:302018-11-15T12:49:10+5:30
भाजपा विधायक ज्ञानदेव अहूजा का नाम भी सूची में शामिल नहीं है। अहूजा 2016 में अपने उस बयान के बाद सुर्खियों में आए थे कि जेएनयू परिसर में प्रतिदिन हजारों कांडम पाए जाते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा के लिए अपने 31 उम्मीदवारों की दूसरी सूची बुधवार को जारी कर दी थी। इसमें तीन मंत्रियों सहित 15 विधायकों को शामिल नहीं किया गया है।
भाजपा अब तक 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 162 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है। निवर्तमान मंत्री बाबूलाल वर्मा, राजकुमार रिनवा और धन सिंह रावत को इस चुनाव में टिकट नहीं दिया गया है।
ज्ञानदेव आहूजा को टिकट ना मिलने से कौतूहल
भाजपा विधायक ज्ञानदेव अहूजा का नाम भी सूची में शामिल नहीं है। अहूजा 2016 में अपने उस बयान के बाद सुर्खियों में आए थे कि जेएनयू परिसर में प्रतिदिन हजारों कांडम पाए जाते हैं।
उन्होंने कहा था कि दिल्ली के जवाहारलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रोजाना करीब 50 हजार हड्डी के टुकड़े और 3 हजार से ज्यादा इस्तेमाल किए हुए कंडोम मिलते हैं। यही नहीं उन्होंने दावा किया था कि 500 से ज्यादा इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शन भी जेएनयू में मिलते हैं।
वह अनवर जिले के रामगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हैं। भाजपा को राज्य में कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है। यहां पिछले सालों में विपक्षी दल ने अनेक उप चुनाव में जीत दर्ज की है।
ज्ञानदेव आहूजा जेएनयू के बयान के बाद कई और बेतुके बयानों से चर्चा में रहे। ऐसा माना जा रहा था कि ज्ञानदेव आहूजा का टिकट पक्का है।
धनसिंह रावत ने बीजेपी को बताई थी हिन्दुओं की पार्टी
इस बार बीजेपी ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज राज्यमंत्री धनसिंह रावत को भी सूची से बाहर कर दिया है। बीजेपी ने बेहद फूंक-फूंक कर कदम रखा है। रावत आमतौर पर अपने बयानों से विवादों में रहते हैं। कुछ समय पहले बांसवाड़ा की सभा में उन्होंने कांग्रेस को मुसलमानों और भाजपा को हिन्दुओं की पार्टी बता दी थी।