राजस्थानः वागड़ की 5 सीटें बीजेपी के हाथ से निकल गई, अब चलेगी सीएम गहलोत की रेल!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: December 20, 2018 05:23 PM2018-12-20T17:23:53+5:302018-12-20T17:23:53+5:30
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव के दौरान जब एक दिवसीय वागड़ दौरे पर आए थे, तब पूर्व कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के बागीदौरा विस क्षेत्र की आमसभा सहित कई सभाओं को संबोधित करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर तीखा हमला बोला था
राजस्थान के दक्षिण में स्थिति वागड़ क्षेत्र में पिछली बार कुल नौ में से आठ सीटें भाजपा ने जीती थी, लेकिन वागड़ की रेल और माही परियोजना के विस्तार के प्रति राजे सरकार की उदासीनता के चलते इस बार भाजपा केवल तीन सीटें ही जीत पाई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव के दौरान जब एक दिवसीय वागड़ दौरे पर आए थे, तब पूर्व कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के बागीदौरा विस क्षेत्र की आमसभा सहित कई सभाओं को संबोधित करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर तीखा हमला बोला था और इन दोनों मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल देने का आरोप लगाया था।
गहलोत का कहना था कि हमने आदिवासी क्षेत्र के विकास के लिए करोड़ों रुपयों का बजट दिया, लेकिन राजे सरकार ने पांच साल में कोई काम नहीं किया। न तो गांवों में पानी पहुंचाया और न ही वागड़ में रेल आई।
वागड़ में बांसवाड़ा एक ऐसा जिला है, जहां एक इंच जमीन पर भी रेल नहीं है। पिछली बार जब अशोक गहलोत मुख्यमंत्री थे तब रतलाम, बांसवाड़ा, डंूगरपुर रेल का काम शुरू हुआ था, लेकिन 2013 में राजे सरकार के आने के बाद न केवल रेल की योजना ठंडे बस्ते के हवाले कर दी गई, बल्कि आधुनिक वागड़ की किस्मत लिखने वाली माही परियोजना पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
नतीजा यह रहा कि पिछली बार जहां इस क्षेत्र की नौ में से पहली बार आठ सीटें जीतने वाली भाजपा के हाथ से इस बार पांस सीटें निकल गई। इस क्षेत्र से भाजपा को इस बार तीन सीटें ही मिलीं हैं।
वागड़ की देवी त्रिपुरा सुंदरी के आशीर्वाद के बाद एक बार फिर से राजस्थान में अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने से वागड़वासियों को फिर से उम्मीद बंधी है कि वागड़ की रेल और माही परियोजना के अच्छे दिन आएंगे।