Rajasthan Taja Khabar: राजस्थान में 44 नए मामले आए सामने, जयपुर में एक मरीज की मौत, जानिए कहां कैसे हैं हालात
By रामदीप मिश्रा | Updated: April 19, 2020 09:54 IST2020-04-19T09:54:23+5:302020-04-19T09:54:23+5:30
Rajasthan corona cases: रविवार को भरतपुर में आठ, जयपुर में दो, जैसलमेर में एक, जोधपुर में 27, नागौर में एक, कोटो में दो, झावावाड़ में दो और हनुमानगढ़ में एक मामला सामने आया है। वहीं, एक मौत जयपुर में हुई है।

राजस्थान में 1395 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जयपुरः राजस्थान में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 44 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, एक मरीज की मौत हो गई है। कुल मामलों की संख्या 1395 पहुंच गई है। यह जानकारी राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई है। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 60 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, रविवार को भरतपुर में आठ, जयपुर में दो, जैसलमेर में एक, जोधपुर में 27, नागौर में एक, कोटो में दो, झावावाड़ में दो और हनुमानगढ़ में एक मामला सामने आया है। वहीं, एक मौत जयपुर में हुई है। साथ ही साथ 205 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, जिनमें से 97 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अभी तक 47 हजार, 904 सैंपलों को लिया गया है, जिसमें से 1395 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं और 39 हजार, 714 लोग निगेटिव पाए गए हैं। वही, 6795 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है।
इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं और लोगों के पास रोजगार नहीं है। लॉकडाउन के कारण केन्द्र एवं राज्यों को मिलने वाले राजस्व में भारी कमी आई है। अर्थव्यवस्था पर गंभीर विपरीत प्रभाव पड़ा है और उद्योगों को भी काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में राज्य सरकार स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ रही है।
44 new #COVID19 positive cases, 1 death reported in the State today; the total number of cases is 1395: Rajasthan Health Department pic.twitter.com/i4PDWMKBoh
— ANI (@ANI) April 19, 2020
उन्होंने कहा कि एफसीआई के गोदाम गेहूं से भरे हुए हैं, ऐसे में केन्द्र सरकार को चाहिए कि सभी लोगों को जिन्हें जरूरत है उन्हें गेहूं उपलब्ध कराये चाहे उनके पास राशन कार्ड हो अथवा नहीं हो। इसके अलावा जो लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कवर नहीं भी हैं उन्हें भी गेहूं उपलब्ध कराया जाये ताकि किसी को भी भूखा नहीं सोना पड़े।
गहलोत ने कहा कि फिलहाल हमारी पहली प्राथमिकता कोविड-19 के संक्रमण को पूरी तरह से रोकना है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियां संचालित हो सकें इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं। मॉडिफाइड लॉकडाउन के दौरान केन्द्र सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए सोशल डिस्टेंन्सिग के साथ औद्योगिक गतिविधियां संचालित हों यह सुनिश्चित किया जाएगा।