राजस्थानः अध्यक्ष के लिए सोनिया गांधी की स्वीकृति के बाद नेतृत्व परिवर्तन पर विराम, मंत्रिमंडल के विस्तार पर सबकी नजर!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: August 11, 2019 04:40 PM2019-08-11T16:40:45+5:302019-08-11T16:40:45+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से देश-प्रदेश में जैसा असंजस का माहौल था, ऐसे में श्रीमती सोनिया गांधी की स्वीकृति पर कांग्रेसियों ने राहत की सांस ली है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से देश-प्रदेश में जैसा असंजस का माहौल था, ऐसे में श्रीमती सोनिया गांधी की स्वीकृति पर कांग्रेसियों ने राहत की सांस ली है. लंबे समय से इस पद के लिए सियासी चर्चाएं जारी थी और राजस्थान से सीएम अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम भी संभावितों की सूची में थे.
इस फैसले के बाद प्रदेश की सत्ता में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भी विराम लग गया है. सीएम अशोक गहलोत ने इस निर्णय के बाद ट्वीट किया- श्रीमती सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी के सर्वसम्मत प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, हमारे राष्ट्र के समक्ष गंभीर चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सभी कांग्रेसी उनके आभारी हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में सभी कांग्रेसी पूरे समर्पण के साथ काम करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि- श्रीमती सोनिया गांधी अपने मजबूत नेतृत्व के साथ कांग्रेस पार्टी को मजबूत करती रही हैं, सभी को साथ लेकर चलने की उनकी क्षमता आम लोगों से जुड़ती है. कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनका पदभार लेना पार्टी के हित में सबसे अच्छा निर्णय है. मैं इसके लिए सीडब्ल्यूसी को बधाई देता हूं.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ट्वीट किया- श्रीमती सोनिया गांधी को कांग्रेस की अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई. आज कांग्रेस पार्टी चुनौतियों से गुजर रही है, ऐसे में हम सभी कांग्रेसजन देश और संगठन की बेहतरी के लिए कार्य करने के प्रति संकल्पित हैं.
पूर्व मंत्री प्रमुख आदिवासी नेता महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने श्रीमती सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाये जाने पर शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए लिखा- जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस. बहरहाल, इस निर्णय के बाद राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही सियासी चर्चाएं भी खत्म हो गई हैं. अब तो प्रदेश में प्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार पर सबकी नजरें हैं!