राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में निकल रहा तेल प्रदेश को मालामाल कर रहा है। इससे न केवल सरकारी खजाना भर रहा है बल्कि लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। बाड़मेर में निकल रहे तेल से राज्य सरकार को वित्त वर्ष 2019-20 में 3 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। राज्य सरकार को आशा है कि आगामी वित्त वर्ष में यह राजस्व दोगुना हो जाएगा।
वहीं तय लक्ष्य के अनुसार अक्टूूबर 2022 में रिफाइनरी तैयार होने पर सरकार को करीब 10 करोड़ का राजस्व प्रतिवर्ष प्राप्त होगा। प्रदेश के पेट्रोलियम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में रोजाना 1.75 लाख बैरल तेल निकल रहा है।
अगले वर्ष लक्ष्य तीन लाख बैरल प्रतिदिन निर्धारित किया गया है। वहीं सरकार को आशा है कि रिफाइनरी लगने के बाद 6 लाख बैरल प्रतिदिन तेल निकाला जा सकेगा। रिफाइनरी राज्य सरकार के लिए राजस्व का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगी। एचपीसीएल के प्रबध निदेशक एमके सुराना ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कंपनी के साथ मिलकर बाड़मेर में लगाई जा रही रिफाइनरी का एक चैथाई काम प्रगति पर है।
लगभग 20 हजार करोड़ के कामों की निविदा जारी हो चुकी है और लगभग 3 हजार करोड़ रुपये व्यय किये जा चुके हैं। वर्तमान में प्रोजेक्ट से 3800 लोगों को रोजगार मिला हुआ है ओर इसका कार्य पूर्ण होने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 35 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।