लाइव न्यूज़ :

राजस्थान चुनावः आज शाम पांच बजे थमेगा चुनाव प्रचार, उससे पहले पार्टियां झोंके दे रहीं पूरी ताकत

By रामदीप मिश्रा | Updated: December 5, 2018 13:20 IST

राजस्‍‌थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। 

Open in App
ठळक मुद्देमतदान के लिए मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना पहली अनिवार्यता है।प्रदेश में 4 करोड़, 77 लाख, 89 हजार, 815 हजार कुल मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।राज्य के 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान 7 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।

राजस्थान विधानसभा चुनाव के प्रचार का आज अंतिम दिन है और इस चुनावी प्रचार का घमासान शाम पांच बजे समाप्त हो जाएगा। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी ताकत झोंके दे रही हैं। सूबे की सबसे बड़ी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस धुआंधार चुनाव प्रचार करने में जुटी हुई हैं। दोनों ही पार्टियों के राष्ट्रीय नेता मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हुए हैं, यहां तक की प्रधानमंत्री स्वयं ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं।

बिना डरे मतदाता करें मतदान

इस बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने राज्य के मतदाताओं से अपील की है कि वे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निर्भय होकर बिना किसी डर, लालच व दबाव के मतदान करें। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। 

हर तरह के प्रचार पर प्रतिबंध

कुमार ने बताया कि मतदान समाप्त होने के समय से 48 घंटे पहले 5 बजे से 7 दिसंबर शाम 5 बजे तक राजनीतिक दल और प्रत्याशियों द्वारा सार्वजनिक सभा आयोजित करने, जुलूस निकालने, सिनेमा के माध्यम से चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही संगीत-समारोह, नाट्य-अभिनय अथवा अन्य कोई मनोरंजन कार्यकम आयोजित कर चुनाव प्रचार पर भी प्रतिबंध रहेगा। प्रत्याशियों द्वारा घर-घर जाकर जनसंपर्क के माध्यम से अपना प्रचार किया जा सकता है।

वोटिंग लिस्ट में वोटर का नाम अनिवार्य

उन्होंने बताया कि मतदान के लिए मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना पहली अनिवार्यता है। इसके पश्चात मतदाता को मतदान केंद्र पर अपनी पहचान स्थापित करानी होगी। राज्य में सभी मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान पत्र वितरित किए जा रहे हैं। जिन मतदाताओं के पास मतदाता फोटो पहचान पत्र नहीं हैं, वे अपनी पहचान मतदाता पर्ची या वैकल्पिक दस्तावेजों के माध्यम से करा सकता है। 

सात दिसंबर को होगा मतदान

गौरतलब है कि प्रदेश में 4 करोड़, 77 लाख, 89 हजार, 815 हजार कुल मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य के 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान 7 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। वहीं, परिणाम 11 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। राजस्‍‌थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। 

राजस्‍थान विधानसभा का मौजूदा स्वरूप

साल 2013 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीटों के साथ सरकार बनाई बनाई थी। कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी रही जिसे 4, व चौथे नंबर बहुजन समाज पार्टी रही, जिसे 3 सीटों पर जीत मिली। जबकि 7 सीटें निर्दलियों के खाते में गई थीं।

टॅग्स :विधानसभा चुनावराजस्‍थान चुनावचुनाव आयोगभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)कांग्रेस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSIR Update 2025: वोटर लिस्ट में कैसे चेक करें अपना E-EPIC नंबर और नाम, इन स्टेप्स को करें फॉलो

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत