लाइव न्यूज़ :

राजस्थान चुनावः 'वसुंधरा राजे को सत्ता से है हटाना और BJP सरकार के काले कारनामों को बाहर है लाना'

By अनुभा जैन | Updated: October 31, 2018 13:26 IST

चुनाव आयोग ने भारत वाहिनी पार्टी का चुनाव चिन्ह बांसुरी दिया है। तिवाड़ी ने निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल की हाल ही में गठित नई राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ सीटों के गठजोड़ कर चुनावी हवा का रुख बदल सा दिया है।

Open in App

'भारत वाहिनी पार्टी' के प्रदेषाध्यक्ष घनष्याम तिवाड़ी राजस्थान की राजनीति में अपनी अहम भूमिका रखते हैं। भाजपा के वरिष्ठतम नेता व कई महत्वपूर्ण विभागों में मंत्री रहे घनश्याम तिवाड़ी को प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सिद्धातों को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। पर अंत में उन्होने भारतीय जनता पार्टी से अलग हो अपने पुत्र अखिलेश तिवाड़ी के साथ भारत वाहिनी पार्टी नाम से नई पार्टी का गठन किया। 

चुनाव आयोग ने भारत वाहिनी पार्टी का चुनाव चिन्ह बांसुरी दिया है। तिवाड़ी ने निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल की हाल ही में गठित नई राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ सीटों के गठजोड़ कर चुनावी हवा का रुख बदल सा दिया है। सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के लिये कांग्रेस व भाजपा के साथ तिवाड़ी की भारत वाहिनी पार्टी भी जोरआजमाइश कर रही है। तिवाड़ी की इसी संदर्भ में पत्रकार अनुभा जैन से हुई खास बातचीत...

प्रश्नः निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल की हाल ही में गठित नई राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ सीटों के गठजोड़ के पीछे क्या कारण है, क्या भारत वाहिनी पार्टी अपने दम पर चुनाव जीतने का हौंसला नहीं रखती है?

उत्तरः जैसा कि हमने शुरू से इस बात का ऐलान किया है कि दूसरे राजनैतिक दलों के साथ मिलकर भारत वाहिनी पार्टी चुनाव लड़ेगी और भ्रष्टाचार फैलाने वाली वसुंधरा सरकार को कड़ी चुनौती देगी। हनुमान बेनीवाल की नई पार्टी में भारत वाहिनी पार्टी के साथ राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी भी शामिल हुई है। तीसरे मोर्चे को मजबूती देने के लिये हम अन्य दलों को शामिल करने के लिये तैयार हैं। इस तीसरे मोर्चे के खड़े होने के साथ राजस्थान को बीमारू राज्य की श्रेणी में धकेलने वाली भाजपा व कांग्रेस पार्टियों के दिन अब पूरे होते नजर आ रहे है। हम तीसरा मोर्चे की पार्टियां पूरे 200 सीटों पर आगामी चुनाव लड़ेंगे।

प्रश्नः आगामी चुनावों के मददेनजर आपकी रणनीति क्या रहेगी?

उत्तरः चुटकी लेते हुये तिवाड़ी ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा हमारे चुनाव चिन्ह बांसुरी के साथ राजस्थान की जनता चैन की बांसुरी बजाये। वास्तविक रूप मे देखें तो हमारी रणनीति बेहद साफ है। भाजपा व वसुंधरा को तो सत्ता से हटाना ही है। साथ ही भाजपा सरकार के काले कारनामों को भी जनता के सामने लाने हैं। कांग्रेस भी विपक्ष की अपनी भूमिका को सही तौर पर निभा नहीं पाई है तो ऐसे में हमारा यही प्रयत्न रहेगा कि तीसरे मोर्चे की हमारी पार्टी ऐसा विकल्प बने जो प्रदेष को उचित नेतृत्व दे सके। 

प्रश्नः भारत वाहिनी पार्टी के गठन के पीछे आपका मूल उद्देश्य क्या था, क्या भाजपा में अब वो महत्व नहीं रह गया था कि आपको पार्टी के गठन की राह चुननी पड़ी?

उत्तरः किसी व्यक्तिगत कारण से भारत वाहिनी पार्टी का गठन नहीं किया गया। राजस्थान की बिगड़ती हुयी अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी व कानून व्यवस्था में आई गिरावट जैसे मुद्दों को देखते हुये इस पार्टी की नींव रखी गयी। वसुंधरा राजे द्वारा राजस्थान को बीमारू राज्य से उबारकर एक समृद्ध प्रदेश बनाने का वादा पूरी तरह खोखला व बेबुनियादी रहा है। जबकि, वास्तविकता यह है कि राजस्थान की आर्थिक स्थिति गिरती जा रही है जिससे राज्य एक बीमारू राज्य की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के अनुसार राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि ऐसे राज्य हैं जिनके कारण भारत की विकास दर कम है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जहां भी द्विदलीय शासन व्यवस्था हैं वो राज्य पिछड़े हैं। इसके विपरीत तीन मोर्चे वाले राज्य आज अग्रिम राज्यों की श्रेणी में है जैसे केरल, तमिलनाडु जहां क्षेत्रीय दल है व तेलंगाना। जबकि राजस्थान आज छठे स्थान से सत्रहवें स्थान पर पहुंच गया है। पब्लिक अफेयर्स इंडेक्स जिसके कस्तुरीरंगन अध्यक्ष हैं ने इन श्रेणियों का निर्धारण राज्य सरकार के भेजे आंकड़ों के आधार पर किया है। इस तरह राजस्थान को बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर निकालने के लिये भारत वाहिनी पार्टी जैसे तीसरी पार्टी का गठन किया गया है।

प्रश्नः पिछली सरकार में केबिनेट मंत्री रहे आपको इस बार केबिनेट में शामिल नहीं करने की वजह क्या है?

उत्तरः मैने पहले भी कहा है जहां लोकतंत्र होता है वहां काम करने वालों का महत्व होता है। किन्तु राजस्थान आज सामंतशाही प्रवृत्ति पर चलने वाला राज्य बन कर रह गया है, जहां लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का कोई स्थान नहीं है। भाजपा ने आज लोकतांत्रिक व्यवस्था समाप्त कर सारे राज्य को एक महिला मुख्यमंत्री के हाथों में गिरवी रख दिया है।

प्रश्नः राजस्थान में तीसरी पार्टी का हाल हमने डॉ. किरोडी लाल मीणा की पार्टी के हश्र के रूप में देखा जिसे चुनावों में महज सवा चार प्रतिशत मत हासिल हुये। ऐसे में आप भारत वाहिनी पार्टी का क्या भविष्य देखते हैं?

उत्तरः राजस्थान में हमेशा से ही तीन पार्टियों की परंपरा रही है। 1952 से 1962 तक राम राज्य परिषद, जनसंघ और कांग्रेस बड़ी पार्टियां थी। इसके बाद स्वतंत्र पार्टी आयी। 1967 के चुनावों के बाद जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में थे। आपातकाल के बाद जनता पार्टी, जनता दल और लोकदल महत्वपूर्ण पार्टियां थी। जब भैंरोसिंह शेखावत मुख्यमंत्री बने वो भी जनता दल और लोकदल के समर्थन से मुख्यमंत्री पद पर बने। दिगविजय सिंह की जनता दल के साथ सरकार बनी थी। इस तरह हमेशा से ही तीन पार्टियों का प्रचलन प्रदेष में रहा है। हाल में ही तीसरे मोर्चे को चुनावों मे 28 प्रतिशत मत मिले। तीसरे मोर्चे को सिर्फ संगठित करने की जरूरत है।

प्रश्नः अभी हाल ही में आपने पार्टी में महिला प्रकोष्ठ भी शुरू किया है। इसका मतलब क्या यह समझा जाये कि आप महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी ठोस कदम उठाने वाले हैं?

उत्तरः हमारे देश का यह इतिहास रहा है कि जब-जब महिलाओं को उचित स्थान मिला यह देश आगे रहा अन्यथा पिछड़ गया, जैसा कि मध्यकाल में हुआ था। आज जो स्थिति महिलाओं की है उससे मैं कतई संतुष्ट नहीं हूं। आज महिलाओं की असहनीय स्थिति है जिसको समाप्त कर भारत वाहिनी पार्टी महिलाओं को स्वाभिमान पूर्वक जीने व उन्हें उचित स्थान दिलाने के लिये पूरी तरह प्रयत्नरत है।

वहीं, तिवाड़ी का दावा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में भारत वाहिनी पार्टी तीसरे मोर्चे के अन्य राजनैतिक दलों के साथ पूरे जोश-खरोश से आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों की सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह तय है कि तीसरा मोर्चा आने वाले चुनावों में भाजपा व कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टियों को कड़ा मुकाबला देने वाला है। पर ऊंट किस ओर करवट लेगा यह तो समय ही बतायेगा।

टॅग्स :विधानसभा चुनावराजस्‍थान चुनावराजस्थानवसुंधरा राजेभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

भारतमेहमान पंछियों के लिए ­झील बनी कब्रगाह

क्राइम अलर्टराजस्थान में सरकारी परियोजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु EY अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग

कारोबारट्रैक्टर छोड़ बैल से करिए खेती?, हर साल 30000 रुपये सहायता, बीजेपी सरकार ने की घोषणा

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत