पुलिस विभाग भ्रष्टाचार के मामले पकड़े जाना नहीं बात नहीं है। इस बार राजस्थान के बेगूं थाने के एसएचओ ने तबादला रुकवाने और डोडा पोस्त से भरी गाडियों को छोड़ने की बात छुपाने की एवज में विधायक राजेन्द्र विधुडी को साधने का प्रयास किया और यही उसके जी का जंजाल बन गया। विधायक ने रिपर्स ट्रेप कराते हुए एसएचओ वीरेन्द्र सिह चारण और हवाला कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को एसीबी द्वारा गिरफ्तार करा दिया। हवाला कारोबारी के जरिये एसएचओे विधायक को 11.18 लाख की घूस दे रहा है।
टेप के बाद एसीबी ने एसएचओ चारण के उदयपुर और चित्तौड़ स्थित आवासों को खंगाला। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी एसएचओ ने विधायक को डोडा पोस्त का निस्तारण नहीं करने की एवज में 35 लाख और अपना तबादला रुकवाने के लिए 15 लाख की रिश्वत की पेशकश की। विधुडी ने यह तक कहा कि रिश्वत की राशि कलक्टर और एसपी तक पहुंचानी पड़ती है।
आरोपी एसएचओ को जाल में फंसाने के लिए विधायक विधूडी ने वाट्सअप पर पहले दस का नोट एसएचओ को भेजा और कहा कि यह नोट दिखाने पर रकम देना। बाद में आरोपी एसएचओ ने विधायक को फोन कर हवाला कारोबारी हिमांशु अग्रवाल के नंबर दिये और उससे बात करने पर उसके बताए स्थान पर अपने आदमी को नोट देकर भेजा तो उसने नोट देखकर 11.18 लाख की राशि से भरा बैग आदमी को सौंप दिया उसी वक्त एसीबी ने उसे दबोच लिया और दूसरी टीम ने चारण को गिरफ्तार कर लिया।