भारतीय रेलवे रचने जा रहा है यह बड़ा कीर्तिमान, साढ़े तीन साल में पूरा करने का है लक्ष्य
By सुमित राय | Updated: July 16, 2020 17:23 IST2020-07-16T17:23:33+5:302020-07-16T17:23:33+5:30
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को बताया कि भारतीय रेलवे बड़ा कीर्तिमान रचने जा रहा है और इसके लिए 3.5 साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारतीय रेलवे 3.5 साल में पूरी तरह बिजली से चलने वाला नेटवर्क बन जाएगा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोरोना संकट के बीच भारतीय रेलवे नए-नए कदम उठा रही है और अब रेलवे ने अभी तक का सबसे बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। भारतीय रेलवे ने पूरी तरह से बिजली से चलने वाला रेल नेटवर्क तैयार करने की घोषणा की है, जिसके लिए साढ़े तीन साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गुरुवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात की जानकारी दी।
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) इवेंट में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, "भारतीय रेलवे अगले 3.5 साल में पूरी तरह से बिजली से चलने वाला रेल नेटवर्क बन जाएगा। इसके अलावा अगले 9-10 साल में 100 फीसदी ने 'नेट जीरो' ऑपरेटर करने का लक्ष्य है। 2030 तक हमे गर्व होगा कि हमारे पार दुनिया का पहला बड़ा स्वच्छ रेलवे होगा।"
Railways will move to 100% electrification in next 3.5 yrs & 100% 'Net Zero' operator in next 9-10 yrs. By 2030, each one of us will be a proud citizen, owning the world's first large 'Clean Railways': Min of Railways Piyush Goyal at a Confederation of Indian Industry (CII) event pic.twitter.com/LFuWJT5unA
— ANI (@ANI) July 16, 2020
वर्तमान में बिजली पर है 55 फीसदी रेल नेटवर्क
इसके अलावा रेल मंत्री ने कहा कि "भारतीय रेल तेजी से अपने नेटवर्क को बिजली से जोड़ने की ओर बढ़ रहा है। वर्तमान में 55 फीसदी रेल का नेटवर्क बिजली से चलता है।" बता दे कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने रेलवे के 100 फीसदी विद्युतीकरण की योजना को मंजूरी दी है
1 लाख 20 हजार किलोमीटर ट्रैक पर होगा काम
पीयूष गोयल ने कहा कि पीएम मोदी ने 'वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' को बढ़ावा दिया है। हम इस पर काम कर रहे हैं। भारत 100% इलेक्ट्रीफाइड रेल नेटवर्क बनाने की राह पर चल पड़ा है। इसके तहत 120,000 किलोमीटर के ट्रैक पर काम होगा।
2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन रेलवे
पीयूष गोयल ने कहा, 2030 तक हम उम्मीद करते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन रेलवे होगा। दरअसल, रेलवे ने 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को जीरो करने और नेटवर्क को पूरी तरह हरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।