रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 21 जून को फिर से बालासोर जाएंगे, रेल हादसे के दौरान मदद करने वाले लोगों से करेंगे मुलाकात
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 16, 2023 06:25 PM2023-06-16T18:25:30+5:302023-06-16T18:27:04+5:30
केंद्रीय मंत्री रेल दुर्घटना के कठिन समय के दौरान लोगों के बचाव में आए डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे और उन्हें धन्यवाद देंगे। वह रेल अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे और क्षेत्र के लोक प्रशासन विभाग से भी मिलेंगे।
नई दिल्लीः ओडिशा के बालासोर में हुई दुखद रेल दुर्घटना के दो सप्ताह बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 21 जून को फिर से बालासोर का दौरा करने वाले हैं। यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर हो रही है। इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री योग गतिविधियों में हिस्सा लेने के अलावा संबंधित अधिकारियों के साथ कई बैठकें करेंगे, जिन्होंने दुखद ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों की देखभाल की।
केंद्रीय मंत्री रेल दुर्घटना के कठिन समय के दौरान लोगों के बचाव में आए डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा कर्मचारियों से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें धन्यवाद देंगे। बता दें कि 2 जून को एक ट्रेन दुर्घटना में चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस, हावड़ा जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गए थे जिसमें 288 लोगों की जान चली गई थी।
केंद्रीय मंत्री रेल दुर्घटना के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान पीड़ितों को बचाने और सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करेंगे। वह रेल अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे और क्षेत्र के लोक प्रशासन विभाग से भी मिलेंगे और उदारतापूर्वक सहायता प्रदान करने वाले स्थानीय व्यक्तियों से बातचीत करेंगे।
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में हुई दुखद रेल दुर्घटना की सीबीआई जांच भी जारी है। रेल हादसे के तुरंत बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटना स्थल पर भी पहुंचे थे और पूरा राहत और बचाव कार्य उनकी देख रेख में ही हुआ। हालांकि सीबीआई जांच के निर्णय पर विपक्षी दलों ने सवाल भी उठाए थे। कांग्रेस का कहना है कि सीबीआई जांच के नाम पर देश का ध्यान भटकाया जा रहा है। CAG रिपोर्ट में सामने आ चुका है कि 2017 से अब तक कितनी बार ट्रेन दुर्घटनाएं हुईं हैं। इस पर न प्रधानमंत्री ध्यान दे रहे और न रेलमंत्री।
कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि 2017 से 2022 के बीच हर 10 में 7 हादसे ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण हुए। कांग्रेस ने इस हादसे को लापरवाही का नतीजा बताया था।