बेंगलुरु: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग द्वारा उनसे शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने या माफी मांगने के लिए कहे जाने के बाद शुक्रवार को कहा कि उन्होंने संसद के भीतर संविधान की शपथ ली है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु के 'फ्रीडम पार्क' में आयोजित 'वोट अधिकार रैली' को संबोधित करते हुए कहा कि "वोट चोरी" के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को एक न एक दिन पकड़ा जाएगा क्योंकि यह एक आपराधिक कृत्य है। इससे पहले चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा था कि राहुल गांधी के पास दो विकल्प हैं, या तो शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें या आयोग के खिलाफ बेतुके आरोपों के लिए माफी मांगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, "चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है। वो कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है।" उन्होंने दावा किया कि आज जब देश की जनता मतदाता सूची के डेटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी क्योंकि आयोग जानता है कि जनता उनसे सवाल पूछने लगी तो उनका पूरा ढांचा ढह जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव हुआ, लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन जीता लेकिन छह महीने बाद आश्चर्यजनक नतीजे आए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सिर्फ पांच महीने के भीतर एक करोड़ नए मतदाताओं ने वोट दिया और इन सभी ने भाजपा को वोट दिया।
इनपुट - पीटीआई भाषा