देश में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में राहुल ने पीएम मोदी को सुझाव देते हुए कहा है कि इस कोरोना जैसी चुनौती से लड़ने और उस पर काबू पाने में हम सरकार के साथ खड़े हैं'। इससे पहले राहुल गांधी ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों एवं गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने को लेकर आरोप लगाया था कि इस भयावह स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति के एक बड़ी त्रासदी में बदलने से पहले सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। गांधी ने ट्वीट किया, ''सरकार इस भयावह हालत के लिए ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ऐसी हालत करना एक बहुत बड़ा अपराध है।'' उन्होंने कहा, '' आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाए ताकि यह एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए। ''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इस स्थिति पर हम सभी को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने गरीबों के पैदल पलायन का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ''इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सलूक मत कीजिए।
हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल में छोड़ दिया है। ये हमारे अपने हैं।'' प्रियंका ने कहा, '' मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी हैं। कृपया इनकी मदद करिए। '' कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''हज़ारों ग़रीब लोग अपने परिवार सहित उत्तर प्रदेश - बिहार पैदल जाने को मजबूर हैं।
बीते हफ्ते कांग्रेस ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण किसानों , मजदूरों और गरीबों के सामने पैदा हुई मुश्किल को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राहुल गांधी द्वारा पेश की की गई ‘न्यूनतम आय गारंटी योजना’ (न्याय) लागू करके लोगों के खातों में तत्काल 7,500 रुपये की राशि भेजनी चाहिए।
दरअसल, ठीक एक साल पहले, पिछले लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 25 मार्च को ‘न्याय’ का वादा किया था। इसके तहत देश के करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 72 हजार रुपये देने का वादा किया गया था।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया,‘‘आदरणीय मोदी जी, देश तो लॉकडाउन का हर आग्रह मानेगा। पर आपने कोरोना की महामारी को रोकने के लिए क्या किया? स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी? कोरोना से पैदा हुए रोजी रोटी के महासंकट का क्या हल किया? गरीब, मजदूर, किसान, दुकानदार, दिहाड़ीदार के 21 दिन कैसे कटेंगे?’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘मोदी जी, कोरोना संकट से लड़ने के लिए डॉक्टर-नर्स-स्वास्थ्य कर्मियों को लैस करना ज़रूरी है पर उनके लिए एन-95 मास्क, 3 प्लाई मास्क, हैज़्मैट सूट उपलब्ध क्यों नही है ? देश को मार्च में ही 7।25 लाख बॉडी सूट, 60 लाख एन-95 मास्क, 1 करोड़ 3 प्लाई मास्क की ज़रूरत है। ये कब मिलेंगे?’’