केरल बाढ़ः अपना नंबर होने पर भी राहुल ने एयर एंबुलेस को कराया टेक ऑफ, खुद किया इंतजार
By जनार्दन पाण्डेय | Published: August 28, 2018 08:21 PM2018-08-28T20:21:43+5:302018-08-28T20:21:43+5:30
ब्रिटेन यात्रा के बाद आज सुबह तिरुवनंतपुरम पहुंचे राहुल ने चेंगन्नूर एवं अलपुझा में राहत शिविरों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से बात की।
अलपुझा (केरल), 28 अगस्त: विदेश लौटते ही मंगलवार को केरल बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एयर एंबुलेंस के टेक ऑफ के लिए अपने विमान को रोके रखा। समाचार एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक राहुल गांधी को अपने विमान से एक जगह से दूसरी जगह के लिए उड़ना था। तभी पता चला कि एक मेडिकल इमेंजरेंसी के तहत एक एयर एंबुलेंस भी वहां पहुंचा हुआ है। इसके बाद राहुल गांधी ने पहले एयर एंबुलेंस को टेक ऑफ कराया। इस दौरान वह इंतजार करते रहे। जब एयर एंबुलेंस वहां से टेक ऑफ हो गया, तब राहुल गांधी के विमान उड़ान भरी।
इससे पहले बाढ़ प्रभावित केरल की यात्रा पर गये राहुल गांधी ने आज उन मछुआरों को सलाम किया, जिन्होंने भीषण जलसंकट में फंसे लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभायी। उन्होंने दावा किया कि देश में मछुआरा समुदाय किसानों के समान संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केन्द्र में सत्ता में आती है तो वह अलग से मत्स्य मंत्रालय बनायेगी।
Congress President Rahul Gandhi made way for an air ambulance to take off in Kerala's Chengannur, today. He is on a two-day tour to the flood affected areas in Kerala. pic.twitter.com/I3j1RBGwBx
— ANI (@ANI) August 28, 2018
दो दिवसीय यात्रा पर केरल पहुंचे राहुल गांधी ने राहत शिविरों में लोगों से बात की। केरल में 100 साल में यह सबसे भीषण आपदा है, जिसके कारण राज्य में भारी नुकसान पहुंचा है और कई लोग मारे गये हैं। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित अलपुझा में कांग्रेस द्वारा आयोजित स्वागत कार्यक्रम में मछुआरा समुदाय को सम्मानित करते हुए राहुल ने कहा कि तटरक्षक को बचाव अभियानों के लिये मछुआरों की सेवाएं लेनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि अपनी तमाम दुश्वारियों... कठिनाइयों... के बावजूद जब भी केरल को आपकी जरूरत पड़ी... आप हमेशा मदद के लिये खड़े हुए और अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। केरल की जनता के प्रति आपकी प्रतिबद्धताओं को मैं सलाम करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि हालिया बाढ़ में तीन हजार मछुआरों ने 70,000 लोगों की जान बचायी।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में मछुआरा समुदाय वैसे ही संकट का सामना कर रहा है जैसा कि किसान झेल रहे हैं। राहुल ने कहा, ‘‘कांग्रेस के केन्द्र में सत्ता में आते ही हम लोग मत्स्य मंत्रालय की स्थापना करने वाले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर के इस देश की मानवशक्ति का अपना मंत्रालय होगा। ताकि आपकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाये और आपकी आवाज राष्ट्रीय स्तर पर सुनी जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कोई झूठे वादे नहीं करना चाहता। यह कांग्रेस अध्यक्ष का वादा है।’’
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों के साथ मछुआरों ने भी देश के निर्माण में मदद की है। उन्होंने कहा कि कई जिंदगियों को बचाने वाले इन मछुआरों का सम्मान करना मेरे लिये ‘‘गर्व’’ की बात है। चक्रवात ‘ओखी’ के बाद राज्य के अपने पिछली बार के दौरे को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां आया और आपके घर गया। मैं निश्चित रूप से यह कहना चाहता हूं कि अगर पिछली बार की मैं बात करूं तो उस नुकसान (चक्रवात से हुए) के लिये आपको जो मदद मिली उससे मैं खुश नहीं हूं।’’
ब्रिटेन यात्रा के बाद आज सुबह तिरुवनंतपुरम पहुंचे राहुल ने चेंगन्नूर एवं अलपुझा में राहत शिविरों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से बात की। दिन के आखिर में एर्णाकुलम जिले में वह कुछ राहत शिविरों का भी दौरा करने वाले हैं और कल वायनाड तथा कोझिकोड की भी यात्रा करेंगे। तिरुवनंतपुरम से सांसद कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज सुबह तिरुवनंतपुरम से मध्य केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए निकले। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान वह उन जिलों में भी जाएंगे जो बीते दो हफ्ते से बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।’’
चेंगन्नूर में कांग्रेस प्रमुख ने दो कॉलेजों में बने राहत शिविरों का दौरा किया और वहां रह रहे लोगों से बात की। राहुल के साथ गये लोगों में केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एम एम हासन भी मौजूद थे। शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात करते गांधी की तस्वीरें साझा करते हुए पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल के चेंगन्नूर में इंजीनियरिंग कॉलेज में बने राहत शिविर में रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की।’’
आज सुबह आपदा प्रबंधन के राज्य नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के छाये रहने के कारण 29 मई से राज्य में बारिश एवं बाढ़ जनित घटनाओं में 474 व्यक्तियों की मौत हो गयी है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)